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केंद्र सरकार ने नहीं चालू की 'ब्लड ऑन कॉल' नाम की कोई सेवा, गलत है दावा

'ब्लड ऑन कॉल' सेवा महाराष्ट्र में 2014 में शुरू की गई थी जिसे मार्च 2022 में बंद दिया गया है.

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सोशल मीडिया पर एक एंबुलेंस की फोटो के साथ एक दावा वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने ऐसी सेवा शुरू की है जिसके तहत देश भर में कहीं भी अगर किसी को ब्लड की जरूरत है तो घर तक ब्लड पहुंचाया जाएगा.

इसके लिए एक एक टोल फ्री नंबर '104' बताया गया है और लिखा है कि देश में 'ब्लड ऑन कॉल' सर्विस शुरू की गई है.

इसमें ये दावा भी किया गया है कि एक बॉटल ब्लड की कीमत 450 रुपए और उसे घर तक पहुंचाने का 100 रुपये अतिरिक्त चार्ज लिया जाएगा.

  • पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

    (सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

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ये दावा WhatsApp पर भी शेयर किया जा रहा है. हमारी टिपलाइन पर भी दावे से जुड़ी क्वेरी आई है.

क्या सच में 104 हेल्पलाइन 'ब्लड ऑन कॉल' सर्विस है?: साल 2014 में महाराष्ट्र सरकार ने 'ब्लड-ऑन-कॉल' स्वास्थ्य कार्यक्रम शुरू किया था. ये राज्य के लिए ही था, न कि पूर देश के लिए.

हमें 104 हेल्पलाइन सेवा के बारे में कैसे पता चला?: कीवर्ड सर्च करने पर हमें न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. साथ ही हम महाराष्ट्र पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर भी पहुंचे. इसमें साल 2014 में '104' को 'ब्लड ऑन कॉल' सर्विस के लिए टोल फ्री नंबर बताया गया था.

  • हमें Times of India पर 7 जनवरी 2014 को पब्लिश एक आर्टिकल मिला. इसमें बताया गया था कि पुणे के औंध सिविल अस्पताल की ओर से महाराष्ट्र में 104 टोल फ्री नंबर को ब्लड ट्रांसपोर्टेशन के लिए चालू किया गया है.

  • इसमें ये भी बताया गया है कि प्रति बोतल ब्लड के लिए 10 किमी की दूरी के लिए 450 रुपए चार्ज किए जाएंगे.

'ब्लड ऑन कॉल' सेवा महाराष्ट्र में 2014 में शुरू की गई थी जिसे मार्च 2022 में बंद दिया गया है.

TOI की 2014 की रिपोर्ट में 104 हेल्पलाइन के बारे में बताया गया था.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/TOI)

इसके बाद, हमें महाराष्ट्र पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट वेबसाइट भी मिली, जिसके मुताबिक 104 'ब्लड ऑन कॉल', हेल्थ एडवाइस और नोवल कोरोना वायरस (Covid-19) राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम के लिए टोल फ्री नंबर था.

'ब्लड ऑन कॉल' सेवा महाराष्ट्र में 2014 में शुरू की गई थी जिसे मार्च 2022 में बंद दिया गया है.

महाराष्ट्र पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट की वेबसाइट

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ)

अन्य राज्यों के लिए '104' हेल्पलाइन: हमने 104 टोल-फ्री नंबर के बारे में और जानने के लिए कीवर्ड सर्च किया. हमें पता चला कि इसका इस्तेमाल अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग सेवाओं के लिए किया जा रहा था.

  • हमें The Hindu पर 13 जुलाई 2017 को पब्लिश एक आर्टिकल मिला. इसके मुताबिक, '104' मेडिकल हेल्पलाइन को जीवीके इमर्जेंसी मैनेजमेंट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (EMRI) और तमिलनाडु सरकार ऑपरेट करती है.

  • EMRI की वेबसाइट में ये भी बताया गया था कि 104 हेल्पलाइन तमिलनाडु, गुजरात, गोवा और दमन और दीव के साथ-साथ दादरा और नागर हवेली में एक हेल्थ एडवाइस हेल्पनाइन नंबर है.

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  • TOI की 3 मई 2017 की दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के हेल्थ डिपार्टमेंट ने पूरे राज्य में 24 घंटे चलने वाली 104 सर्विस शुरू की है, जो बुखार से जुड़ी हेल्पलाइन है.

  • असम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से भी 'सारथी 104' सेवा शुरू की गई थी, जो स्वास्थ्य जानकारी से जुड़ी हेल्पलाइन सर्विस है.

'ब्लड ऑन कॉल' सेवा महाराष्ट्र में 2014 में शुरू की गई थी जिसे मार्च 2022 में बंद दिया गया है.

असम में 104 हेल्पलाइन नंबर

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/वेबसाइट)

क्या 104 'ब्लड ऑन कॉल' सेवा अभी भी महाराष्ट्र में एक्टिव है?: हमने महाराष्ट्र स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि राज्य में 104 टोल फ्री नंबर के जरिए 'ब्लड ऑन कॉल' के तहत दी जाने वाली सेवा मार्च 2022 में बंद कर दी गई है.

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  • इसके अलावा, हमें केंद्र सरकार की वेबसाइट पर न तो ऐसी कोई जानकारी मिली और न ही ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट मिली जो ये बताती हो कि देशभर में ब्लड उपलब्ध कराने के लिए ऐसी कोई सेवा भी है.

मतलब साफ है, महाराष्ट्र में कुछ महीनों पहले ही बंद की गई 'ब्लड ऑन कॉल - (104)' सेवा को इस झूठे दावे से शेयर किया गया है कि ये पूरे देश में ब्लड मुहैया कराने से जुड़ी सेवा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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