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गडकरी ने कहा मोदी सरकार में मजदूर, गांव, किसान दुखी? ये सच नहीं

Fact-Check: पूरे वीडियो में नितिन गडकरी भारत की आजादी के समय कुछ क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति के बारे में बात कर रहे हैं.

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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के एक इंटरव्यू का एक छोटा क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

वीडियो में क्या कह रहे हैं गडकरी ?: वीडियो में नितिन गडकरी कहते सुने जा सकते हैं, "आज गांव, गरीब, मजदूर और किसान दुखी हैं. न अच्छी सड़कें हैं, न पीने के लिए शुद्ध पानी, न अच्छे अस्पताल, न गावों में अच्छे स्कूल.”

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वीडियो किसने शेयर किया?: कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं ने अपने आधिकारिक X (पहले ट्विटर) अकाउंट पर इस वीडियो को शेयर किया था, उनमें से कुछ हैं:

  • कांग्रेस अकाउंट ने इस वीडियो को शेयर किया 

    (सोर्स - X/स्क्रीनशॉट)

लेकिन...?: गडकरी के बयान को गलत तरीके से पेश करने के लिए इस वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई है.

इंटरव्यू के पूरे वीडियो में यह साफ है कि गडकरी जब से भारत आजाद हुआ है, तब से ग्रामीण, आदिवासी और कृषि अर्थव्यवस्थाओं की जो स्थिति है, उसके बारे में बात कर रहे थे.

हमनें सच का पता कैसे लगाया?: हमने वीडियो के ऊपरी दाएं कोने पर द लल्लनटॉप का लोगो देखा.

  • हमने लल्लनटॉप के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर वीडियो ढूंढा.

  • यहां, हमें केंद्रीय मंत्री का 29 फरवरी 2024 को छपा एक लंबा इंटरव्यू मिला.

हमने इस वीडियो को देखा जहां इंटरव्यू ले रहे पत्रकार सौरभ द्विवेदी, नितिन गडकरी की युवावस्था और राजनीति में प्रवेश पर चर्चा करते हैं, और यह पता लगाते हैं कि कैसे इन्होंने राजनीति में आने से पहले नागपुर में एक बिजनेसमैन के रूप में शुरुआत की थी.

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गडकरी ने क्या बताया?: गडकरी ने बताया कि कैसे अपनी युवावस्था में, उन्होंने महाराष्ट्र में अपने आसपास किसानों की आत्महत्याएं देखीं. उन्होंने सौरभ द्विवेदी को बताया कि उन्होंने इस समस्या को हल करने के लिए काम करने का फैसला किया है.

  • उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के योगदान के बारे में आंकड़े शेयर करते हुए, ढांचागत विकास (infrastructural development) के साथ किसानों और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की बात कही.

  • इंटरव्यू में लगभग 18 मिनट पर गडकरी बताते हैं कि कैसे "जब गांधीजी थे तब" भारत की 90 प्रतिशत आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती थी.

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"इस आबादी का 30 प्रतिशत हिस्सा समय के साथ पलायन क्यों कर गया? आज ग्रामीण, गरीब लोग, मजदूर और किसान दुखी हैं. इसका कारण यह है कि जल, जमीन, जंगल और वन्य जीवन - ग्रामीण, कृषि और आदिवासी - इन अर्थव्यवस्थाओं के पास अच्छी सड़कें, पीने योग्य पानी, अच्छे अस्पताल, अच्छे स्कूल नहीं है. किसानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम नहीं मिलते और जो सतत विकास होना था, वह हो चुका है."
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी दी लल्लनटॉप से
  • मौजूदा सरकार के काम के बारे में बात करने से पहले उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि काम नहीं हुआ. लेकिन यह अन्य क्षेत्रों के अनुपात में कम हुआ है."

गडकरी ने कहा, "हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद, हमने इसके लिए बहुत काम किया है. हमने 550 महत्वाकांक्षी ब्लॉकों की पहचान की है और 120 महत्वाकांक्षी जिलों की पहचान मोदीजी ने की है, जिन पर काम करना है."
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  • इन मुद्दों पर और विस्तार से बात करते हुए नितिन गडकरी ने इन क्षेत्रों को रोजगार कमाने के और ज्यादा तरीके स्थापित करने में मदद करके उनकी प्रगति में मदद करने की अपनी योजनाओं के बारे में बात की.

  • इंटरव्यू के संदर्भ में यह साफ है कि केंद्रीय मंत्री भारत की आजादी के बाद से ग्रामीण, कृषि और आदिवासी अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति के बारे में बोल रहे थे, और केंद्र सरकार के खिलाफ नहीं बोले हैं.

  • X पर गडकरी के दफ्तर ने एडिटेड वीडियो और असल वीडियो को कांग्रेस को उनके पोस्ट के लिए गलत साबित किया है.

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Times of India और Indian Express की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वीडियो को लेकर गडकरी ने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेजा है.

केंद्रीय मंत्री ने कथित तौर पर पार्टी से सभी क्लिप किए गए वीडियो को तुरंत हटाने और तीन दिनों के भीतर माफी मांगने को कहा है, अन्यथा वह कानूनी कार्रवाई करेंगे.

निष्कर्ष: कांग्रेस पार्टी ने बिना सही संदर्भ के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के इंटरव्यू का एक एडिट किया हुआ वीडियो शेयर किया है. कांग्रेस ने यह दावा करने के लिए कि उन्होंने मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के खिलाफ बात की थी.

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