ग्रेटर नोएडा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर झूठा दावा किया जा रहा है कि आजमगढ़ पुलिस ने दुर्गा पूजा पंडाल (Durga Puja Pandal) को बंदूक के दम पर हटाने की धमकी देने वाले को गिरफ्तार कर लिया है.
दावे में आगे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को इस शख्स की गिरफ्तारी के लिए क्रेडिट भी दिया गया है. इसके अलावा, गिरफ्तार शख्स की पहचान आदिल उर्फ अंसार अहमद के रूप में बताई गई है.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो ग्रेटर नोएडा पुलिस का है, जिसने इलाके में एक शूटआउट के बाद एक अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार लोगों में से किसी की पहचान 'अंसार अहमद' के रूप में नहीं हुई है.
इसके अलावा, आजमगढ़ पुलिस ने अंसार अहमद उर्फ मिंटू नाम के एक शख्स को 14 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था. अंसार पर दुर्गा पूजा पंडाल मे अवैध बंदूक लहराने का आरोप है.
दावा
वीडियो शेयर कर दावे में लिखा गया है कि कैसे यूपी पुलिस ने आदिल उर्फ अंसार अहमद नाम के एक शख्स को आजमगढ़ के एक दुर्गा पूजा पंडाल को बंदूक के दम पर हटाने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
फेसबुक यूजर 'Banty Rajput' के शेयर किए गए इस वीडियो को आर्टिकल लिखते समय तक 30,000 व्यू और 600 से ज्यादा शेयर मिल चुके हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने InVID टूल का इस्तेमाल कर वायरल वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उन्हें गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें ABP News के एडिटर पंकज झा का 17 अक्टूबर को किया गया एक ट्वीट मिला.
इस ट्वीट में वायरल विजुअल देखे जा सकते हैं. इसमें बताया गया था कि नोएडा पुलिस ने लोगों को कार में लिफ्ट देकर लूटने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
इसके अलावा, Hindustan Times की 18 अक्टूबर को पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस गिरोह को 'पेचकस गिरोह' के रूप में जाना जाता था. इन्हें ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा 2 में एक शूटआउट के बाद गिरफ्तार किया गया था.
रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि पेचकस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ राजस्थान, मथुरा और दिल्ली में लूट के कम से कम 26 मामले दर्ज हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों की पहचान आनंद वर्मा, शिवकुमार वर्मा, दीपक वर्मा और बबलू वर्मा के रूप में हुई है.
क्विंट की वेबकूफ टीम से बातचीत में, ग्रेटर नोएडा के डिप्टी कमिश्नर विशाल पांडे ने भी ऊपर बताए गए नामों की पुष्टि करते हुए कहा कि, ''ये घटना किसी दुर्गा पूजा पंडाल से संबंधित नहीं है.''
पुलिस कमिश्नरेट गौतम बौद्ध नगर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल ने भी घटना से संबंधित तस्वीरें पोस्ट कर बताया था कि आरोपियों के कब्जे से लगभग एक लाख रुपये नकद, 17 पेचकस, एक कार और अवैध हथियार बरामद हुए हैं.
आजमगढ़ में क्या हुआ था?
हमें आजमगढ़ पुलिस का 14 अक्टूबर को किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें बताया गया था कि तरवा पुलिस थाने के अंतर्गत एक दुर्गा पूजा पंडाल में एक शख्स को अवैध बंदूक लहराते हुए गिरफ्तार किया गया था.
14 अक्टूबर को ही एक अन्य ट्वीट में आजमगढ़ पुलिस ने आरोपी की पहचान अंसार अहमद उर्फ मिंटू के तौर पर की थी.
मतलब साफ है ग्रेटर नोएडा में एक अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करती पुलिस का वीडियो यूपी के आजमगढ़ की घटना का बताकर शेयर किया जा रहा है.
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