ओडिशा (Odisha) के बालासोर जिले में हुई दर्दनाक ट्रेन दुर्घटना में 280 से अधिक लोगों की जान चली गई. ऐसे में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दुर्घटना से जुड़ी कॉन्सपिरेसी थ्योरी शेयर करनी शुरू कर दी और घटना की वजह सांप्रदायिक बताने लगे.
क्या है दावा?: दुर्घटनास्थल की ऊपर से खींची गई तस्वीर शेयर कर कैप्शन में ये दिखाने की कोशिश की गई कि इस घटना के पीछे मुस्लिम समुदाय के लोगों का हाथ है.
फोटो में दिख रही एक सफेद बिल्डिंग को कुछ लोगों ने मस्जिद बताते हुए मामले की जांच की मांग की.
सच क्या है?: वायरल फोटो में दिख रही बिल्डिंग, बहानगा इस्कॉन मंदिर है, न कि कोई मस्जिद. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार यह दुखद हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुआ है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?:
हमने दुर्घटनास्थल से जुड़ी और भी तस्वीरें देखीं और हमें न्यूज एजेंसी Reuters पर एक फोटो मिली, जिसमें सफेद रंग बिल्डिंग साफ-साफ दिख रही है.
फोटो में दिख रही संरचना एक मंदिर की तरह दिख रही है.
इसके बाद, वहां मौजूद बचावकर्मियों से संपर्क किया. जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर हमें बताया कि ये कोई मस्जिद नहीं, बल्कि बहानगा इस्कॉन मंदिर है.
गूगल मैप पर देखने पर हमने पाया ये मंदिर रेलवे ट्रैक के बगल में मौजूद है.
हमें मंदिर का तब का एक वीडियो भी मिला, जब 5 महीने पहले दिसंबर 2022 में ये निर्माणाधीन था.
स्थानीय पत्रकारों का क्या है कहना?: हमने मंदिर के साथ-साथ ओडिशा के कुछ स्थानीय पत्रकारों से भी संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि तस्वीर में मस्जिद नहीं दिख रही.
हमने बालासोर में इस दुर्घटना को कवर करने वाले रिपोर्टर तमल साहा से बात की, जिन्होंने बताया कि वायरल तस्वीर में दुर्घटना स्थल के पास बहनागा इस्कॉन मंदिर को देखा जा सकता है.
इस्कॉन मंदिर से जुड़े सदस्यों ने भी क्विंट से पुष्टि की ये तस्वीर बहनागा इस्कॉन मंदिर की ही है.
हमें स्थानीय रिपोर्टर दीपक कुमार सामल से दुर्घटनास्थल के पास स्थित मंदिर की तस्वीरें भी मिलीं.
दुर्घटना की वजह?: इंडियन रेलवे के मुताबिक, सिग्नलिंग में त्रुटि की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप ट्रैक में चली गई और वहां खड़ी मालगाड़ी से भीड़ गई.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रेन नंबर 12841 को पहले अपलाइन सिग्नल दे दिया गया फिर वापस ले लिया गया. इसी दौरान ये अप लाइन पर जाने के बजाय लूपलाइन पर जाकर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस ट्रेन दुर्घटना की "असली वजह" की पहचान कर ली गई है. उन्होंने कहा कि ये दुर्घटना "इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव" की वजह से हुई. उन्होंने कहा कि जांच से जुड़ी विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही सामने आएगी.
निष्कर्ष: साफ है कि जहां ट्रेनें आपस में टकराईं वहां मौजूद संरचना किसी मस्जिद की नहीं, बल्कि मंदिर की है.
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