सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश के उज्जैन (Ujjain) का बताकर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें मस्जिद के सामने भारी भीड़ देखी जा सकती है. साथ ही, वीडियो में पाकिस्तान (Pakistan) के विरोध में नारे लगाते लोगों की आवाज भी सुनाई दे रही है.
क्या है दावा?: इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उज्जैन में मुस्लिमों ने जुलूस निकालकर पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए, जिसके बाद हिंदुओं ने मस्जिद के सामने जमा होकर पाकिस्तान के विरोध में नारे लगाए.
दावे में ये भी कहा जा रहा है कि ''हिंदू भगवा झंडे लेकर मस्जिद के सामने इकट्ठा हुए और यह कहकर विरोध किया कि "जिन्होंने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए, उन्हें यहां नहीं रहना चाहिए, पाकिस्तान चले जाओ".
सच क्या है?: वायरल दावा गलत है. वायरल वीडियो में पाकिस्तान विरोध में जो नारे सुनाई दे रहे हैं, उन्हें असल में एडिटिंग की मदद से वीडियो में अलग से जोड़ा गया है.
वीडियो जो ऑडियो सुनाई दे रहा है वो 2018 में महाराष्ट्र के ठाणे में गणपति विसर्जन के एक कार्यक्रम के दौरान का है.
इसके अलावा, ये वीडियो भी उज्जैन का नहीं है. ये वीडियो 2018 का है और कर्नाटक के कलबुर्गा में निकाली गई रामनवमी शोभायात्रा का है.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: हमने पाया कि ऑडियो और वीडियो दोनों अलग-अलग घटनाओं के हैं, जिन्हें एडिटिंग की मदद से जोड़ा गया है और फिर झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है.
ऑडियो:
यूट्यूब पर जरूरी कीवर्ड के साथ सर्च करने पर हमें Limra Times नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 4 अक्टूबर 2018 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. वीडियो टाइटल के मुताबिक, ये वीडियो ठाणे का था.
इस वीडियो में जो ऑडियो था वो वायरल वीडियो के ऑडियो जैसा था.
वेबकूफ टीम ने 2020 में भी ऐसे ही झूठे दावे की पड़ताल की थी. इस पुराने फैक्ट चेक के मुताबिक, हमने पाया कि ऐसी नारेबाजी 2018 में ठाणे में एक गणपति विसर्जन कार्यक्रम के दौरान हुई थी.
वीडियो:
वायरल वीडियो के कई कीफ्रेम निकालकर उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर Mailwar Vilas नाम के एक चैनल पर अपलोड किया गया ऐसा ही वीडियो मिला. ये वीडियो 26 मार्च 2018 को अपलोड किया गया था.
वीडियो टाइटल के मुताबिक, वीडियो कलबुर्गा में साल 2018 में निकाली गई रामनवमी शोभायात्रा का है.
ये वीडियो साल 2019 में एक और यूट्यूब चैनल पर शेयर किया गया था. जहां बताया गया था कि ये शहर के कादरी चौक के पास मौजूद एक मस्जिद के पास का वीडियो है.
हमने वीडियो के कई कीफ्रेम की तुलना करने पर कई समानताएं देखीं.
इस लोकेशन की पुष्टि के लिए हमने गूगल मैप स्ट्रीट व्यू पर मौजूद विजुअल देखे और हमें कई समानताएं मिलीं.
ये समानताएं देखने के लिए स्वाइप करें.
ये वीडियो साल 2020 में भी ऐसे ही गलत दावे से शेयर किया गया था. ये फैक्ट चेक स्टोरी आप यहां पढ़ सकते हैं.
निष्कर्ष: साफ है कि 2018 में दो अलग-अलग जगह की घटनाओं के ऑडियो और वीडियो मिलाकर वीडियो तैयार किया गया और इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि उज्जैन में हिंदुओं ने मस्जिद के सामने पाकिस्तान के विरोध में नारे लगाए.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
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