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म्यांमार में तख्तापलट के बाद रोती हुई राष्ट्रपति की नहीं ये फोटो

3 साल पुरानी फोटो को म्यांमार में 1 फरवरी को हुए तख्ता पटल से जोड़कर शेयर किया जा रहा है

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म्यांमार में हुए तख्तापलट के बाद सोशल मीडिया पर वहां की राष्ट्रपति Aung San Suu Kyi की एक फोटो वायरल हो रही है.  दावा किया जा रहा है ये गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रपति की रोते हुए फोटो है.

ये तस्वीर अगस्त 2017 की है जब आंग सू की, नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आंग श्वे के अंतिम संस्कार में शामिल हुई थीं.

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दावा

सोशल मीडिया पर फोटो के साथ शेयर किया जा रहा कैप्शन है - She is myanmar president . Who killed lot of rohingya Muslim. Now she is crying . She arrested by myanmar army . Allah save all Muslims .

कैप्शन का हिंदी अनुवाद है- ये म्यांमार की राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने बहुत सारे रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या की. अब वो रो रही है. क्योंकि उन्हें म्यांमार की सेना ने गिरफ्तार कर लिया. अल्लाह सभी मुसलमानों को बचाए.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 4 सितंबर, 2017 का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल के मुताबिक, मलाला यूसुफजई ने Aung San Suu Kyi को लेकर कहा था कि दुनिया रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही हैं. रिपोर्ट में फोटो सोर्स के आगे AFP/Getty Images लिखा है.

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अलग-अलग कीवर्ड सर्च करने से हमें Getty Images की वेबसाइट पर यही फोटो मिली. वेबसाइट पर दी गई जानकारी से पता चलता है कि फोटो 17 अगस्त, 2017 को फोटोग्राफर Aung Kyaw Htet ने क्लिक की थी.

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फोटो के कैप्शन का हिंदी अनुवाद है - नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) पार्टी के पूर्व अध्यक्ष आंग श्वे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के बाद म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की रवाना हुईं.

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आंग सान सू उस समय म्यांमार की स्टेट काउंसलर थीं, न कि राष्ट्रपति. दो दशक के सैन्य शासन के बाद म्यांमार का नेतृत्व संभाला था.  म्यांमार सेना ने 1 फरवरी को देश में आपातलकाल की घोषणा की थी. सेना ने पहले भी चेतावनी दी थी कि अगर कथित चुनाव धोखाधड़ी के बारे में शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो कार्रवाई की जाएगी.

आपातकाल घोषित होने के बाद Aung San Suu Kyi समेत कई नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया गया. हालांकि, वायरल फोटो का इस घटना से कोई संबंध नहीं. 3 साल पुरानी फोटो को सोशल मीडिया पर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.

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