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असम में रेप और मर्डर की बताकर पुरानी तस्वीरें झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इन तस्वीरों को शेयर कर दावा किया है कि महिला को उसके मुस्लिम साथी ने मार दिया.

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विचलित करने वाली तीन तस्वीरों का एक फोटो कोलाज सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये तस्वीरें उस महिला की हैं, जिसे असम में 'गफ्फार' नाम के एक शख्स में मार डाला. फोटो में फ्रीजर के अंदर एक शव दिख रहा है.

श्रद्धा वॉकर हत्याकांड का हवाला देते हुए इस घटना को सांप्रदायिक एंगल से शेयर किया जा रहा है.

(नोट: विचलित करने वाले विजुअल्स की वजह से हमने स्टोरी में किसी भी आर्काइव लिंक का इस्तेमाल नहीं किया है.)

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इन तस्वीरों को शेयर कर दावा किया है कि महिला को उसके मुस्लिम साथी ने मार दिया.

वायरल दावा

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

न्यूज वेबसाइट NewsTrack पर भी एक स्टोरी पब्लिश की गई है. स्टोरी में वही सब डिटेल्स बताई गई हैं, जो वायरल दावे में बताई गई हैं. हालांकि, स्टोरी में किसी भी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं किया गया है.

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सच क्या है?: ये तस्वीरें 2010 से इंटरनेट पर मौजूद हैं. हालांकि, हम इन तस्वीरों से जुड़ी ज्यादा जानकारी के बारे में स्वतंत्र रूप से पता नहीं कर पाए.

  • हमें ऐसी किसी भी घटना की कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली. इसके अलावा, असम पुलिस ने भी सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दावे को ''फर्जी'' बताते हुए लिखा है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: हमने हर तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें 2010 का एक पुर्तगाली ब्लॉगपोस्ट मिला.

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इन तस्वीरों को शेयर कर दावा किया है कि महिला को उसके मुस्लिम साथी ने मार दिया.

ब्लॉगपोस्ट में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था

(फोटो: Altered by The Quint)

  • ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक, ब्राजील के ग्रेटर साओ पाउलो क्षेत्र के ओसास्को में 45 साल के एक शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या कर शव को फ्रीजर में रख दिया था.

  • इन तस्वीरों को कई ब्लॉगपोस्ट और इमेज पोस्टिंग साइट्स में कई बार शेयर किया गया है. हमें इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स मिलीं, लेकिन किसी ने भी इन तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं किया था.

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पुलिस का क्या है कहना?: असम पुलिस ने ट्वीट करके इस दावे को ''फर्जी'' बताया है. पुलिस ने ये भी कहा है कि वायरल कोलाज शेयर करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

निष्कर्ष: वायरल तस्वीरें 2010 से इंटरनेट पर मौजूद हैं और पुलिस ने भी ऐसी किसी घटना से इनकार किया है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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