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काबुल एजुकेशनल सेंटर में हाल में हुए ब्लास्ट से नहीं है इस फोटो का संबंध

वायरल फोटो 2016 की है, जिसमें आत्मघाती हमले की शिकार एक महिला को देखा जा सकता है.

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सोशल मीडिया पर एक महिला की फोटो शेयर हो रही है. फोटो में महिला के चेहरे में घाव के निशान दिख रहे हैं. फोटो को अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) के एक एजूकेशन सेंटर में सितंबर महीने में हुए आत्मघाती हमले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

ये हमला दश्त-ए-बारची इलाके में हुआ था, जहां अल्पसंख्यक 'हजारा' समुदाय के लोग रहते हैं. इस हमले में 19 लोग मारे गए थे और 27 घायल हुए थे.
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हालांकि, इस तस्वीर का अफगानिस्तान की इस घटना से कोई संबंध नहीं है. फोटो 9 अप्रैल 2016 की है और इसमें अफगान एंटरटेनमेंट चैनल Tolo TV में काम करने वाली रजिया नूरीजाद दीदार दिख रही हैं. रजिया जिस बस में थीं उसे एक तालिबानी सुसाइड बॉम्बर ने उड़ा दिया था. इसमें 7 लोगों की जान गई थी.

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दावा

फोटो शेयर कर दावा किया गया कि फोटो काज एजुकेशन सेंटर में बम विस्फोट में घायल हुए स्टूडेंट्स में से एक की है.

वायरल फोटो 2016 की है, जिसमें आत्मघाती हमले की शिकार एक महिला को देखा जा सकता है.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

ऐसे और पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने Microsoft Bing का इस्तेमाल कर फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें यही फोटो Getty Images पर मिली, जिसमें बताया गया था कि ये फोटो 9 अप्रैल 2016 को खींची गई थी.

कैप्शन के मुताबिक, फोटो में दिख रही महिला रजिया नूरीजाद दीदार है, जो अफगान चैनल Tolo TV पर काम करती हैं. इसमें ये भी बताया गया था कि रजिया कंपनी की बस में सवार थीं, तभी एक तालिबानी सुसाइड बॉम्बर ने कार से बस में टक्कर मारी. इसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गईं.

वायरल फोटो 2016 की है, जिसमें आत्मघाती हमले की शिकार एक महिला को देखा जा सकता है.

ये फोटो 2016 की है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Getty Images)

कैप्शन के मुताबिक, रजिया की एक आंख की रोशनी चली गई और कई फ्रैक्चर हुए. इसके अलावा, उनका चेहरा छर्रों की चोट और जलने से झुलस गया.

हमें TIME की फोटो स्टोरी में भी यही फोटो मिली. इस फोटो स्टोरी में अफगानिस्तान में 20 सालों (2001-2021) में हुए विस्फोटों की वजह से हुई कैजुअल्टी का डॉक्युमेंटेशन किया गया था. तब देश में तालिबानी ताकत के खिलाफ अमेरिकन मिलिट्री मौजूद थी.

वायरल फोटो 2016 की है, जिसमें आत्मघाती हमले की शिकार एक महिला को देखा जा सकता है.

स्टोरी में अफगानिस्तान में ब्लास्ट और हमलों के पीड़ितों का दस्तावेजीकरण किया गया है.

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Time)

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TOLO News की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 जनवरी 2016 को हुए इस हमले में उसके 7 कर्मचारियों की मौत हो गई थी और 26 घायल हुए थे. इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी.

न्यूज ऑर्गनाइजेशन ने हमले के दिन ट्वीट कर अपने कर्मचारियों के निधन पर शोक व्यक्त किया था.

वायरल फोटो 2016 की है, जिसमें आत्मघाती हमले की शिकार एक महिला को देखा जा सकता है.

Tolo TV का ट्वीट

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

मतलब साफ है, 6 साल पहले एक आत्मघाती हमले की शिकार महिला की फोटो को अफगानिस्तान के काबुल में एक एजुकेशन सेंटर पर हुए हमले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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