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हिंदुओं पर हमले की तस्वीरें पाक और बांग्लादेश की हैं,बंगाल की नहीं

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.

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पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं. ऐसे में पाकिस्तान और बांग्लादेश की कई फोटो इंटरनेट पर शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि सीएम ममता बनर्जी के राज्य में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.

दावा

इन तस्वीरों को #StandWithBengaliHindus हैशटैग के साथ ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा से जुड़े मामलों में ममता बनर्जी कोई एक्शन नहीं ले रही हैं. इन तस्वीरों में पथराव करने वाली भीड़, जले हुए घर और घायल लोग दिख रहे हैं.

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पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

ये दावा ट्विटर और फेसबुक दोनों जगह काफी शेयर किया जा रहा है.

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

इस पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

इस ट्वीट के आर्काइव देखने के लिए यहां और यहां क्लिक करें

हमने क्या पाया

वायरल हो रहे दावों में कहा जा रहा है कि ये तस्वीरें बंगाल की हैं लेकिन जब क्विंट ने इन तस्वीरों की पड़ताल की तो पाया कि ये तस्वीरें पश्चिम बंगाल की नहीं हैं.

तस्वीर 1

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
ये तस्वीर पश्चिम बंगाल की नहीं है
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यूके स्थित पब्लिकेशन The Daily Mail पर प्रकाशित साल 2013 की एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया था कि ये फोटो बांग्लादेश की है. रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2013 बांग्लादेश में ''इस्लामिक कट्टरपंथियों ने ईशनिंदा के लिए मौत की सजा की मांग की थी और इसे लेकर दंगे भड़क गए थे."

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
ये फोटो बांग्लादेश की है
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Daily Mail)

हमें Al Jazeera और The New York Times जैसे दूसरे न्यूज ऑर्गनाइजेशन की भी इस हिंसा पर रिपोर्ट मिलीं.

तस्वीर 2 और 3

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
ये फोटो बंगाल की नहीं है
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

हमने पड़ताल में पाया कि दोनों ही तस्वीरें पाकिस्तान की हैं. Jammu Kashmir Now पर पब्लिश 11 मई 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक, ये वायरल फोटो पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहने वाले हिंदुओं पर हमले की हैं.

इस रिपोर्ट में वकील और एक्टिविस्ट राहत ऑस्टिन के ट्वीट का भी इस्तेमाल किया गया था. जिसमें बताया गया था कि ये घटना पाकिस्तान के रहीम यार खान में हुई.

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
ये घटना पाकिस्तान में हुई थी
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

राहत ऑस्टिन ने अपने दूसरे ट्वीट में बताया था कि इस घटना में हिंदुओं के 21 घरों को जला दिया गया था.

पाकिस्तान और बांग्लादेश की पुरानी फोटो इस दावे से शेयर की जा रही हैं कि बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
ये घटना पाकिस्तान की है
(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

राहत ऑस्टिन के ट्वीट के जवाब में पाकिस्तान की पंजाब पुलिस के ऑफिशियल अकाउंट से बताया था कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.

क्विंट ने इसके पहले इन तस्वीरों की मई 2020 में भी पड़ताल की थी. तब इन तस्वीरों को इस गलत दावे से वायरल किया गया था कि पश्चिम बंगाल के हुगली में हिंदुओं पर हमला किया गया है.

मतलब साफ है कि पश्चिम बंगाल में चल रहे चुनावों के बीच पाकिस्तान और बांग्लादेश में हुए हिंदुओं पर हमले की पुरानी तस्वीरों को पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया जा रहा है. और गलत दावा किया जा रहा है कि ममता बनर्जी के राज्य में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं.

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