दावा
दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग है. इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की रैली का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में दावा किया जा रहा है कि उनके रोड शो में एक व्यक्ति का मॉब लिंचिंग किया गया और केजरीवाल मूकदर्शक बने उसे देखते रहे.
फिल्म मेकर और लेखक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने भी ट्विटर पर ये वीडियो शेयर किया है. उनके शेयर किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक ओपन जीप पर कुछ लोग खड़े है, उनके आस पास काफी लोग जमा है. तभी कुछ लोग एक व्यक्ति को बुरी तरह से पीटने लगते हैं. पुलिस बीच बचाओ करती नजर आ रही है.
अग्निहोत्री के इस ट्वीट को अभी तक 15000 से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया है और 25,000 से ज्यादा बार लाइक किया जा चुका है.
अग्निहोत्री के ट्वीट से पता चलता है कि अमित राणा नाम के एक ट्वीटर यूजर से इस ट्वीट को लिया गया है.
बीजेपी IT सेल इंचार्ज अमित मालवीय ने भी इसी वीडियो को शेयर किया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केजरीवाल के सामने एक व्यक्ति की मॉब लिंचिंग की गयी.
फेसबुक पर भी कई यूजर्स इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर कर रहे हैं.
क्या है सच?
सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा ये वीडियो अभी का नहीं, बल्कि 2019 का है. ये घटना केजरीवाल के एक रोड शो के दौरान हुई थी. लेकिन किसी शख्स की मॉब लिंचिंग नहीं हुई थी, सिर्फ हाथापाई हुई थी.
आखिर क्या हुआ था ?
क्विंट ने जब वायरल वीडियो की जाचं की तो पाया कि ये वीडियो 2019 लोकसभा चुनाव के समय का है. चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल पर एक व्यक्ति ने हमला किया था, जिसके बाद ये घटना हुई.
न्यूज एजेंसी ANI ने भी इस पूरे वीडियो को ट्वीट किया था.
इससे ये साफ है कि फिल्म मेकर अग्निहोत्री और अमित मालवीय दोनों ने गलत दावे के साथ एक पुराना वीडियो शेयर किया. ये इस दावे को भी गलत ठहराता है कि ये घटना हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान हुई.
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