सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिरने की स्थिति में होम्योपैथिक दवा Aspidosperma Q 20 कारगर है.
ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब देश भर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें आ रही हैं. इनमें राजधानी दिल्ली के वह अस्पताल भी शामिल हैं, जहां लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के बीच ऑक्सीजन की कमी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
हमारी पड़ताल में सामने आया कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा भ्रामक है. अब तक ये पुष्टि नहीं हुई है कि किसी भी दवा को कोरोना मरीज के ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में इस्तेमाल किया जा सकता है. होम्योपैथी के कुछ डॉक्टर्स का कहना है कि ये दवा अस्थमा या सांस से जुड़ी अन्य बीमारियों में थोड़ी राहत दे सकती है, लेकिन कोरोना मरीजों का ऑक्सीजन लेवल नहीं बढ़ा सकती.
चेस्ट स्पेशलिस्ट और पल्मोनोलॉजिस्ट्स ने इस दवा को लेकर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया. लेकिन, साथ में ये भी कहा कि सिर्फ दवा कोरोना मरीज का ऑक्सीजन लेवल नहीं बढ़ा सकती.
दावा
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मैसेज है - ऑक्सिजन लेबल गिर रहा है तो ऑक्सिजन मिलने का इंतजार मत करो ASPIDOSPERMA Q 20 बूँद एक कप पानी मे देने से ऑक्सिजन लेबल तुरंत मेंटेन हो जाएगा जो हमेशा बना रहेगा। ये Homoeopathic medicine है।
पड़ताल में हमने क्या पाया
खासतौर परपत्रकारों के लिए बनाए गए कोविड 19 से जुड़ी जानकारी देने वाले मेडिकल एक्सपर्ट्स के प्लेटफॉर्म Health Desk से हमने इस दावे के बारे में सही जानकारी जुटानी शुरू की. हेल्थ डेस्क के मुताबिक, Aspidosperma दक्षिण अमेरिका, दक्षिणी मैक्सिको और वेस्टइंडीज में पाया जाने वाला फूलों का पौधा है. Aspidosperma की छाल और पत्तियों का इस्तेमामल कई बार होम्योपैथिक दवाइयों में भी किया जाता है.
हालांकि, हेल्थडेस्क ने जवाब में आगे ये भी कहा कि अब तक ऐसे कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं, जिनसे पुष्टि होती हो कि Aspidosperma का उपयोग ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने या किसी भी मर्ज की दवा के रूप में हो सकता है.
हमने दावे की पुष्टिि के लिए कुछ होम्योपैथी के डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स से भी संपर्क किया. होम्योपैथी मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष डॉ. भास्कर भट्ट के मुताबिक, ऑक्सीजन की जगह पर किसी भी दवाई का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता.
अगर मरीज के लक्षण देखकर ये लगता है कि उसे Aspisoderma की जरूरत है, तब दवा कारगर हो सकती है. Aspisoderma जैसी तकरीबन 20 अन्य दवाइयां भी हैं जो अस्थमा और ऑक्सीजन लेवल कम होने की समस्या के दौरान मरीज को दी जाती हैं.डॉ भास्कर भट्ट
डॉ भट्ट ने आगे कहा - कोई भी दवा ऑक्सीजन के विकल्प के रूप में इस्तेमाल नहीं की जा सकती. लंग्स की क्षमताओं को बढ़ाया जा सकता है. लेकिन, अगर ऑक्सीजन की कमी है, तो ऑक्सीजन ही सप्लाई करनी होगी.
मुंबई के रहने वाले होम्योपैथिक डॉक्टर नितिन सामंत का कहना है कि ये दवा मरीज को ठीक से सांस लेने में मदद जरूर करती है. लेकिन, उन्होंने इसका उपयोग कोविड19 संक्रमित मरीजों के इलाज में नहीं किया.
हमने कुछ चेस्ट स्पेशलिस्ट और पल्मोनोलॉजिस्ट्स से भी इस दावे की पुष्टि के लिए संपर्क किया. लेकिन, उन्होंने इस दवा पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. हालांकि, आगे ये भी कहा कि सिर्फ दवाई ही ऑक्सीजन लेवल को बढ़ा दे, ऐसा अब तक नहीं देखा गया है .
केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने भी इस दावे को फेक बताया है कि Aspidosperma Q 20 से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है.
मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा गलत है कि होम्योपैथिक दवाई Aspidosperma Q 20 से कोविड 19 संक्रमित मरीज के शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है. मेडिकस एक्सपर्ट्स इस दवा को कोरोना संक्रमित मरीज के गिरे हुए ऑक्सीजन लेवल के इलाज के लिए प्रभावी नहीं मानते.
(येे स्टोरी द क्विंट के कोविड-19 और वैक्सीन पर आधिरित फैक्ट चेक प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू किया गया है)
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