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पाकिस्तान में अंतिम संस्कार का वीडियो 'किसान महापंचायत' का बताकर हो रहा शेयर

वायरल वीडियो नवंबर 2020 का है, जब TLP प्रमुख खादिम रिजवी के जनाजे की नमाज के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी.

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भारी भीड़ दिखाता एक वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को आयोजित 'किसान महापंचायत' का है, जिसमें हजारों किसानों ने हिस्सा लिया था.

हालांकि, हमारी पड़ताल में ये वीडियो 21 नवंबर 2020 का निकला. तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रमुख अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी के अंतिम संस्कार की नमाज के लिए लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में भारी भीड़ आई थी, ये वीडियो तब का है.

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दावा

वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि इसमें मुजफ्फरनगर में 'किसान महापंचायत' में भाग लेने वाली भीड़ दिख रही है.

कई यूजर्स ने ये वीडियो ऐसे ही मिलते-जलुते दावों के साथ शेयर किया है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने InVid टूल का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उन पर रिवर्स इमेज सर्च किया.

सर्च रिजल्ट में हमें 22 नवंबर 2020 का एक ट्वीट मिला.

पोस्ट में 'Khadim Rizvi RIP' का जिक्र किया गया था, जिसमें '24 News HD' का लोगो लगा हुआ है.

हमें ये वीडियो '24 News HD' के यूट्यूब चैनल पर मिला, जिसे 21 नवंबर 2020 को अपलोड किया गया था. इसका टाइटल था, "More Than 2 Lac World Attendees At Khadim Rizvi Funeral (sic)."

(अनुवाद- खादिम रिजवी के अंतिम संस्कार में दुनियाभर से 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए)

आप इस वीडियो में वायरल हो रहे वीडियो को 7 मिनट 18 सेकंड से 7 मिनट 50 सेकंड के बीच देख सकते हैं.

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वीडियो में पीछे दिख रही बड़ी सी मीनार, पाकिस्तान में मौजूद मीनार-ए-पाकिस्तान है. नीचे इस मीनार की फोटो से वीडियो में दिख रही मीनार का मिलान भी देखा जा सकता है.

इसके बाद, हमने खादिम रिजवी के अंतिम संस्कार से जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स सर्च कीं. हमें पाकिस्तानी न्यूजपेपर Dawn पर 21 नवंबर 2020 को पब्लिश एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, TLP प्रमुख अल्लामा खादिम हुसैन रिजवी के अंतिम संस्कार की प्रार्थना के लिए हजारों लोग लाहौर के मीनार-ए-पाकिस्तान में आए थे.

हमने गूगल मैप्स पर मीनार-ए-पाकिस्तान सर्च किया. हमें वही फ्रेम मिला जो वायरल वीडियो में दिख रहा है.

हालांकि, ये सच है कि मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को हुई 'किसान महापंचायत' में हजारों किसान शामिल हुए थे. नवंबर 2020 से लागू केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध किसान काफी लंबे समय से करते चले आ रहे हैं. लेकिन, सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो पाकिस्तान का है, किसान महापंचायत का नहीं.

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