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ओवैसी के समर्थन में नहीं उमड़ी लोगों की भीड़, बांग्लादेश की फोटो हो रही वायरल

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

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भीड़ दिखाती एक फोटो सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर की जा रही है कि गाजियाबाद के उत्तर प्रदेश गेट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के स्वागत के लिए भारी भीड़ जमा हुई थी.

ये फोटो ऐसे समय में शेयर की जा रही है जब यूपी में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

हालांकि, हमने पाया कि ये दावा झूठा है और ये फोटो बांग्लादेश के चटगांव की है. जहां लोग ईद-ए-मिलादुन्नबी मनाने के लिए जश्न-ए-जुलूस का हिस्सा बने थे. ईद-ए-मिलादुन्नबी पैगंबर मोहम्मद के जन्म की याद में मनाया जाता है. मोहम्मद साहब ने इसी दिन दुनिया को अलविदा भी कहा था.

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दावा

फोटो शेयर कर दावे में लिखा जा रहा है: यूपी गेट गाज़ियाबाद की तस्वीर असदुद्दीन ओवैसी के इस्तक़बाल मे.

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

दावा यूपी में असदुद्दीन ओवैसी के स्वागत के लिए भीड़ उमड़ी है

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने ये दावा किया है. इनके आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

पड़ताल में हमने क्या पाया

फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक वीडियो मिला. जहां से हमें पता चला कि ये फोटो बांग्लादेश के चटगांव में 'जश्न-ए-जुलूस' से थी. ये वीडियो 2019 में अपलोड किया गया था.

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

ये वीडियो 2019 में अपलोड किया गया था

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Speech Of Islam BD)

इसके बाद, हमने वायरल फोटो से वीडियो के कुछ फ्रेम का मिलान किया और हमें कई समानताएं मिलीं.

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

बाएं वायरल फोटो, दाएं वीडियो का फ्रेम

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/यूट्यूब/Altered by The Quint)

बांग्लादेश की एक अन्य फोटो में ये देखा जा सकता है कि फोटो में और वायरल फोटो में दिख रही जगह एक ही है.

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

बाएं वायरल फोटो, दाएं बांग्लादेश से अन्य फोटो

(फोटो: Altered by The Quint)

इसके बाद, हमने देखा की बांग्लादेश की फोटो में 'Sakib Chowdhury' वॉटरमार्क दिख रहा है. हमने फेसबुक पर इस नाम के यूजर को ढूंढा और उसकी प्रोफाइल देखी. हमने पाया कि यूजर ने इस इवेंट की और भी तस्वीरें अपलोड की थीं. जिन्हें देख पता चलता है कि ये सभी फोटो चटगांव की हैं.

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

साकिब चौधरी की फेसबुक प्रोफाइल से ली गई फोटो

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

हमें 12 नवंबर 2019 को पब्लिश बांग्लादेश के इंग्लिश न्यूजपेपर Daily Sun में भी इस जुलूस की फोटो मिली. जो वायरल फोटो से मिलती-जुलती है.

फोटो के कैप्शन में लिखा है, ''हजारों मुस्लिम श्रद्धालु रविवार को चटगांव के लालखान बाजार में 'जश्ने जुलूस' में शामिल हुए, ताकि पवित्र ईद-ए-मिलादुन्नबी को देख सकें.''

ये फोटो Asaduddin Owaisi के स्वागत में उमड़ी भीड़ की नहीं, बल्कि बांग्लादेश के एक धार्मिक जुलूस की है.

ये फोटो 2019 को पब्लिश हुई थी

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

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इससे पहले ऐसा ही दावा वायरल हुआ था, तब दिख रही भीड़ को मुंबई में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ बताया गया था. हमने तब भी इस दावे को खारिज किया था.

मतलब साफ है कि ईद-ए-मिलादुन्नबी के पवित्र जुलूस की फोटो इस गलत दावे से शेयर की जा रही है कि यूपी में असदुद्दीन ओवैसी के स्वागत में भीड़ उमड़ी थी.

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