इन दिनों सोशल मीडिया पर दुनिया की कुछ मशहूर इमारतों, जैसे आइफिल टावर, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, पीसा टावर की तिरंगी रोशनी वाली तस्वीरें वायरल हो रही हैं. दावा है कि 26 जनवरी के मौके पर भारत के सम्मान में इन इमारतों का रंग तिरंगा कर दिया गया.
क्या वाकई ऐसा किया गया है? आइए करते हैं इन वायरल तस्वीरों की पूरी पड़ताल.
आई सपोर्ट मोदी एंड बीजेपी नाम से बने फेसुक पेज पर इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा गया है, “पूरी दुनिया से लोग भारत के लिए सम्मान व्यक्त कर रहे हैं, क्योंकि मोदी सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर संबंध बनाए हैं.”
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इसे पोस्ट करने के महज कुछ देर बाद ही 800 से ज्यादा लोग इसे शेयर कर चुके थे.
दावा सच या झूठ?
अपनी पड़ताल में हमने यह पाया कि ये तस्वीरें एडिट करके पोस्ट की गई हैं. किसी भी इमारत पर तिरंगी रोशनी नहीं डाली गई थी. नीचे की तस्वीर को साल 2017 में 26 जनवरी के मौके पर एडिट करके फिल्टर कॉपी नाम से बने फेसबुक पेज पर शेयर किया गया था.
इस पोस्ट के सबसे ऊपरी हिस्सें में राइट कॉर्नर पर आप ध्यान से देखेंगे, तो पता चल जाएगा कि यह तस्वीर एडिट की हुइ है. दो साल पहले फिल्टर कॉपी द्वारा एडिट करके पोस्ट की गई तस्वीरों को ध्यान से देखिए:
अब ठीक दो साल बाद उसी तस्वीर को अलग कैप्शन के साथ मोदी सरकार की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.
साल 2017 में इस तस्वीर के वायरल होने के बाद पुडुचेरी की गवर्नर किरण बेदी ने भी इस तस्वीर को ट्वीट किया था.
इस तरह से हमारी पड़ताल में भारत के सम्मान में दुनिया की मशहूर इमारतों को तिरंगे रंग में रंग देने का दावा गलत साबित हुआ.
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