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केक के अंदर गोलियां मिलने का पुराना वीडियो नए भ्रामक दावे से वायरल

हमने 2021 में भी इस वीडियो का फैक्ट-चेक किया था, जब इसे इसी तरह के सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया गया था.

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इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स एक पैकेट के अंदर से निकले केक को तोड़ता है और उसमें से दो टैबलेट निकलती हैं.

यूजर्स ने क्या कहा ? :
क्लिप शेयर कर रहे यूजर्स ने कैप्शन में लिखा, 'मौत आपके चारों तरफ है. विधर्मी जिहादियों द्वारा बनाया गया एक नया केक बाजार में आ गया है. ल्यूपो कंपनी के केक के अंदर एक टेबलेट है जो बच्चों को लकवाग्रस्त कर देती है, कृपया इस वीडियो को अपने दोस्तों को भेजें, केवल हिंदू क्षेत्र में बेचा जाता है. अपने बच्चे और अपना ख्याल रखें'

इस वायरल वीडियो को लेकर कई सवाल हमें हमारी वॉट्सऐप टिपलाइन पर भी मिले. इसी तरह के दूसरे दावों के आर्काइव्स को यहांयहां और यहां देखा जा सकता है.

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सच क्या है ? : ये दावा गलत है. वीडियो साल 2019 से इंटरनेट पर मौजूद है, और इसमें तुर्की की एक कंपनी सोलेन का 'लूप्पो' प्रोडक्ट दिख रहा है. इसी तरह के दावों को साल 2019 में भी फैक्ट चेक किया गया था.

हमें कैसे पता चली सच्चाई ? : गूगल लेंस की मदद से, हमने रिवर्स इमेज सर्च किया जिससे हमें 'BasNews' नाम के एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुए इसी तरह के विजुअल्स मिले.

  • इस वीडियो को 29 अक्टूबर 2019 को पब्लिश किया गया था. इसके कैप्शन में लिखा है, "स्वास्थ्य मंत्रालय ने टर्किश केक के बारे में बताया."

  • हमे इस वीडियो के पुराने वर्जन भी मिले, जो साल 2019 के हैं. आप उन्हें यहां और यहां देख सकते हैं.

प्रोडक्ट के बारे में : हमने गूगल पर सर्च किया और पाया कि 'लूप्पो' एक सोलेन नाम की कंपनी का प्रोडक्ट है, जो कि सोलेन शहर की एक कंपनी है.

वेबसाइट के मुताबिक, कंपनी ग्लोबल फूड सेफ्टी मैनेजमेंट के दायरे में आती है, और इसे AA+ सर्टिफिकेट मिला हुआ है.

वायरल वीडियो के बारे में : हमने वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में 'Aspilic' नाम का एक पैकेज देखा. गूगल पर सर्च करने पर, हमें पता चला कि ये भी तुर्की की एक कंपनी का प्रोडक्ट है, जो कि मीट प्रोडक्ट्स बेचती है.

कंपनी ने क्या कहा ? : तुर्की की एक फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट, Teyit ने इस वायरल दावे को लेकर सोलेन से साल 2019 में संपर्क किया था. कंपनी ने Teyit के साथ कई लैब रिपोर्ट्स शेयर की थीं, जिसमें ये दिखाया गया था कि प्रोडक्ट की मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस ने ऑडिट पास कर लिया था.

  • इसमें आगे कहा गया था कि प्रोडक्ट की ऊपरी परत पर किसी तरह की छेड़छाड़ देखी जा सकती है, जिससे ये संकेत मिलता है कि किसी शख्स ने टैबलेट को जानबूझकर डाला है.

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फिर वायरल हुआ ये दावा : टीम वेबकूफ ने इसी तरह के दावे को साल 2021 में भी फैक्ट चेक किया था, जब सोशल मीडिया पर इसे सांप्रदायिक रंग देकर भारत से जोड़कर शेयर किया गया था. आप ये पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.

निष्कर्ष : साफ है कि ये वीडियो पुराना है और इसे झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर  9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)

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