28 दिसंबर को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर भारत की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन का उद्घाटन किया. इसके तुरंत बाद, पीएम मोदी के हवाले से एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें वो भारत की पहले मेट्रो ट्रेन के उद्घाटन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रेय दे रहे हैं.
दावा
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया कि भारत में पहली मेट्रो वाजपेयी के प्रयासों से शुरू हुई थी.
पीएम मोदी के हवाले से शेयर हो रहा इस बयान में लिखा है: “देश में पहली मेट्रो अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों से शुरू हुई थी. जब 2014 में बीजेपी सरकार का गठन हुआ था, तब केवल 5 शहरों में मेट्रो सेवाएं थीं और आज 18 शहरों में मेट्रो रेल सेवा है. 2025 तक, बीजेपी सरकार 25 से अधिक शहरों में मेट्रो सेवा लाएगी.”
पीएम मोदी ने क्या कहा?
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये ड्राइवरलेस ट्रेन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “दिल्ली में मेट्रो के निर्माण पर चर्चा की गई और दशकों तक इसमें देरी हुई. लेकिन, पहली मेट्रो अटल जी के प्रयासों से ही चली.”
इस बयान को नीचे दिए गए वीडियो में 16:15 मिनट के काउंटर पर सुना जा सकता है.
“दिल्ली में मेट्रो के निर्माण पर चर्चा की गई और दशकों तक इसमें देरी हुई. लेकिन, पहली मेट्रो अटल जी के प्रयासों से ही चली. 2014 में जब हमारी सरकार बनी थी, तब केवल 5 शहरों में मेट्रो सेवा थी और आज, 18 शहरों में मेट्रो रेल सेवा है. 2025 तक, हम इस सेवा को 25 से अधिक शहरों में ले जाएंगे.”नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
ये संबोधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम हुआ था.
साफ है कि पीएम मोदी, दिल्ली मेट्रो का जिक्र कर रहे थे, जबकि सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रधानमंत्री को गलत कोट करते हुए कहा कि भारत की पहली मेट्रो ट्रेन के पीछे वाजपेयी थे.
न्यूज एजेंसी ANI ने भी पहले गलत ट्वीट किया, जिसके बाद उन्होंने इसे सुधार लिया.
कब शुरू हुई थी भारत की पहली मेट्रो?
भारत की पहली प्लान्ड और ऑपरेशनल मेट्रो रेल सेवा, कोलकाता मेट्रो थी. कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (KMRC) की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट 1969 में शुरू होने से पहले दो दशकों के लिए होल्ड पर था. कोलकाता मेट्रो का काम आखिरकार दिसंबर 1972 में शुरू हुआ.
1984 में एस्प्लेनेड और भोवानीपुर के बीच पहला स्ट्रेच पूरा हुआ.
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1972 में इस परियोजना की नींव रखी थी.
दिल्ली मेट्रो और वाजपेयी का योगदान
जहां 1995 में ई श्रीधरन के प्रोजेक्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर बनने के साथ दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) की स्थापना हुई थी, दिल्ली मेट्रो पर काम 1998 में जाकर शुरू हुआ.
और, 2002 में (जब वाजपेयी भारत के प्रधानमंत्री थे) रेड लाइन के शहादरा-तीस हजारी ने यात्री सेवाएं शुरू की थीं. इस लाइन का उद्घाटन वाजपेयी ने 24 दिसंबर 2002 को किया था.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के हवाले से कहा गया है कि वाजपेयी ने पीएम बनने के बाद दिल्ली मेट्रो परियोजना, जो वर्षों से रुकी हुई थी, को फास्ट ट्रैक पर रखा.
(द टेलीग्राफ, द हिंदू, हिंदुस्तान टाइम्स के इनपुट्स के साथ)
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