सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बसों के पास बड़ी संख्या में लोग खडे़ दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि खाड़ी देश भारत से आए मजदूरों को वापस उनके देश भेज रहे हैं. वीडियो को लेकर ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब खाड़ी देश और 56 सदस्य देशों वाले संगठन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉपरेशन (OIC) ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई टिप्पणी का विरोध किया है.
वीडियो को लेकर शेयर हो रहे कैप्शन में सीधे तौर पर वीडियो को किसी एक देश का नहीं बताया गया है. हालांकि, वीडियो की पड़ताल करने पर हमें पता चला कि ये कतर का ही है लेकिन इसका हाल में चल रहे विवाद से कोई संबंध नहीं है.
ये वीडियो मार्च 2022 से ही इंटरनेट पर मौजूद है यानी पैगंबर को लेकर हुई टिप्पणी के हालिया विवाद से पहले से. वीडियो में दिख रहे लोग असल में कतर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी हैं.
दावा
वीडियो के साथ शेयर हो रहा कैप्शन है - "अरब देशों मे मजदूरी/रोजगार/काम के लिए गए गैर मुस्लिम भारतीयों को #घर/रिटर्न भेजना शुरू कर दिया गया है."
पड़ताल में हमने क्या पाया?
वीडियो को ध्यान से सुनने पर हमें "Redco International" नाम सुनाई दिया. इंटरनेट पर ये नाम सर्च करने पर पता चला कि ये कतर की एक कंपनी है. इसी आधार पर हमने कुछ कीवर्ड सर्च किए, जिसके बाद हमें यूट्यूब चैनल 'QN Qatar' पर एक वीडियो मिला.
इस यूट्यूब शॉर्ट वीडियो का टाइटल था "Redco international company Qatar today give cricket workers". यूट्यूब पर इस वीडियो को 29 मार्च 2022 को अपलोड किया गया था.
हम ये पुष्टि नहीं करते कि वायरल वीडियो में हो रहे प्रोटेस्ट की वजह क्या थी. वीडियो में किए जा रहे दावों में कहा गया है कि ये प्रोटेस्ट वेतन न मिलने को लेकर हुआ था.
लेकिन, ये जरूर साफ है कि वीडियो का नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के बाद हुए विवाद से इस वीडियो का कोई संबंध नहीं है.
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