सोशल मीडिया पर ब्रिटिश न्यूजपेपर The Guardian का आर्टिकल दिखाने वाला एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है. इस आर्टिकल में यूके (UK) स्थित कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) की रैंकिंग गिरने से जुड़ी रिपोर्ट है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की रैंकिंग 'वर्ल्ड यूनिवर्सिटी टेबल में गिरकर सबसे निचले स्थान' पर आ गई है.
क्या है दावा?: वायरल दावे में इस रिपोर्ट को कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी दौरे से जोड़ा जा रहा है. राहुल ने वहां 28 फरवरी को लेक्चर दिया था. उन्होंने एमबीए स्टूडेंट्स से भारतीय लोकतंत्र, भारत में हो रहे प्रोटेस्ट और अल्पसंख्यकों सहित कई अन्य मुद्दों पर बात की.
(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं. इस दावे से जुड़ी क्वेरी हमारी WhatsApp टिपलाइन पर आई है.)
सच क्या है?: वर्ल्ड यूनिवर्सिटी टेबल में कैंब्रिज की रैंकिंग खिसकने की रिपोर्ट भले ही सही है, लेकिन ये पुरानी रिपोर्ट है और इसका राहुल गांधी के कैंब्रिज दौरे से कोई संबंध नहीं है.
19 जून 2019 को पब्लिश आर्टिकल का टाइटल "कैम्ब्रिज स्लिप्स टू लोवेस्ट-एवर प्लेस इन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी टेबल" था.
इस रिपोर्ट में इस बारे में बताया गया है कि कैसे कैंब्रिज छठी से सातवीं पोजीशन पर आ गया, जो अब तक की सबसे निचली- पोजीशन है. इसमें बताया गया है कि ब्रेक्जिट और फाइनेंशियल सख्ती की वजह से यूनिवर्सिटी की रिसर्च परफॉर्मेंस पर असर पड़ा.
रिपोर्ट में QS के डायरेक्टर ऑफ रिसर्च बेन सोटर के हवाले से कहा गया है कि रैंकिंग में गिरावट का मतलब ये नहीं है कि इंस्टीट्यूशन संघर्ष कर रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) 8वें साल पहले स्थान पर रहा, दूसरे पर स्टैनफोर्ड और तीसरे पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी रही.
रिपोर्ट में ये भी स्पष्ट किया गया है कि QS की वर्ल्ड रैंकिंग मेथडोलॉजी एंप्लॉयर और शिक्षाविदों की प्रतिष्ठा, क्लास साइज, रिसर्च आउटपुट, इंटरनेशनल स्टाफ और स्टूडेंट्स की संख्या पर आधारित थी.
राहुल गांधी का कैंब्रिज यूनिवर्सिटी दौरा: राहुल गांधी ने अपनी यूके की एक हफ्ते की यात्रा के दौरान 28 फरवरी 2023 को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी का दौरा किया था और 'Learning to Listen in the 21st Century' (21वीं सदी में सुनना सीखना) नाम की चर्चा को संबोधित किया.
अपने लेक्चर के दौरान, राहुल गांधी ने केंद्र सराकर पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि उन पर और कई भारतीय नेताओं पर पेगासस स्पाइवेयर के जरिए नजर रखी जा रही थी.
उन्होंने केंद्र पर ये आरोप भी लगाया कि "भारतीय लोकतंत्र की बुनियादी संरचना पर हमला किया" जा रहा है.
निष्कर्ष: कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की रैंकिंग गिरने से जुड़ी पुरानी रिपोर्ट को राहुल गांधी की हालिया यूके यात्रा से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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