सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वे कॉलेज के छात्रों से बातचीत करते नजर आ रहे है. राहुल गांधी 19 -20 मार्च को विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए असम पहुंचे थे, वीडियो तभी का है. वीडियो को सोशल मीडिया पर इस गलत नैरेटिव के साथ शेयर किया जा रहा है कि - छात्र राहुल गांधी के बेरोजगारी के मुद्दे पर असहमत थे.
वायरल वीडियो में राहुल गांधी कहते दिख रहे हैं कि बीजेपी की सरकार आने से बेरोजगारी बढ़ी है. इसके जवाब में एक छात्र कहता दिख रहा है - नहीं बढ़ी है. हालांकि, राहुल और छात्र के बीच का पूरा संवाद सुनने के बाद पता चला कि जब छात्र को ट्रांसलेटर ने राहुल गांधी के सवाल के बारे में समझाया - तो छात्र ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ी है.
दावा
सोशल मीडिया पर वीडियो गजब बेइज्जती है यार कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने उस रैली का पूरा वीडियो देखा, जिसका एक हिस्सा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. ये रैली असम के डिबरूगढ़ में आयोजित हुई थी. इस दौरान राहुल गांधी ने कुछ कॉलेज स्टूडेंट्स से संवाद किया था. ये पूरा वीडियो कांग्रेस के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है.
वीडियो में 17:14 मिनट बाद छात्रों और राहुल गांधी के बीच का संवाद देखा जा सकता है. 24:16 मिनट पर वह हिस्सा आता है, जो वायरल हो रहा है. राहुल गांधी ट्रांसलेटर से छात्रों से पूछने को कहते हैं - क्या इन्हें (छात्रों को) लगता है कि बीजेपी सरकार आने के बाद बेरोजगारी बढ़ी है ? ( हिंदी अनुवाद)
राहुल गांधी की बात खत्म करते ही छात्र कहता है - has not increased ( नहीं बढ़ी है). लेकिन, इसके तुरंत बाद ही छात्र अपने कहने का मतलब समझाता है.
छात्र के पास खड़े हुए ट्रांसलेटर ने उसे राहुल गांधी का सवाल समझाया. इसके बाद छात्र ने असमिया भाषा में कहा कि बेरोगजारी बढ़ी है.
छात्र के जवाब के बाद राहुल गांधी ने बेरोजगारी के बढ़ने के कारणों पर बात की.
साफ है कि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और छात्रों के बीच हो रहे संवाद के वीडियो का एक हिस्सा गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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