कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वो एक शख्स के साथ खड़े दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि राहुल के साथ हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) फर्म के फाउंडर नैथन एंडरसन हैं.
दावा क्या है?: दावे में ये भी नैरेटिव बनाया जा रहा है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के पीछे राहुल गांधी का हाथ है. इस रिपोर्ट में फर्म ने अडानी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग और शेयर बाजार में हेरफेर के आरोप लगाए गए हैं.
तस्वीर में कौन हैं राहुल गांधी के साथ?: फोटो में राहुल गांधी के साथ नील्स एनन हैं. नील्स आर्थिक सहयोग और विकास संघीय मंत्रालय में जर्मनी के संसदीय राज्य सचिव हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?: वायरल फोटो पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यही फोटो राहुल गांधी के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर मिली. जिसे 22 अगस्त 2018 को अपलोड किया गया था.
फोटो कैप्शन के मुताबिक, नील्स एनन जर्मनी के संघीय विदेश कार्यालय के राज्य मंत्री हैं.
हमें एनन के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से किया गया साल 2018 का एक ट्वीट भी मिला, जिसमें इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
एनन ने अपने बायो में खुद को आर्थिक सहयोग और विकास के संघीय मंत्रालय के संसदीय राज्य सचिव बताया है.
कैप्शन में लिखा गया था कि वो राहुल गांधी से हैंबर्ग के ऐम्सबुटेल में मिले थे.
इस फोटो को साल 2018 में कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से भी शेयर किया गया था.
राहुल गांधी और नील्स एनन की मुलाकात से जुड़ी रिपोर्ट्स: साल 2018 की कई न्यूज रिपोर्ट्स में भी इसी वायरल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था.
Hindustan Times के एक आर्टिकल के मुताबिक, राहुल गांधी ने जर्मनी दौरा किया था और नील्स एनन से मुलाकात की थी. राहुल गांधी तब जर्मनी और यूके के 4 दिन के दौरे पर थे.
दोनों की जर्मनी में हुई मुलाकात से जुड़ी रिपोर्ट्स NDTV और Times of India ने भी की थीं.
नील्स एनन और नैथन एंडरसन की तस्वीरों की तुलना आप नीचे देख सकते हैं. एंडरसन ने ट्विटर पर अपना नाम नेट एंडरसन लिखा हुआ है.
निष्कर्ष: साफ है कि जर्मनी के एक मंत्री को हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नेथन एंडरसन बताकर ये गलत दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ फोटो में नेथन दिख रहे हैं.
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