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पसीने की बदबू के बारे में बात करते रवि किशन का पुराना वीडियो फर्जी दावे से वायरल

वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि रवि किशन ने दलितों के पसीने की दुर्गंध की शिकायत की

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BJP सांसद रवि किशन (Rav Kishan) का एक शॉर्ट वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में वो कई दूसरे लोगों के साथ कार में बैठे नजर आ रहे हैं और पसीने की बदबू की शिकायत करते नजर आ रहे हैं.

सोशल मीडिया में इसे इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि रवि किशन को दलितों के पसीने की बदबू से समस्या है. यूपी में आगामी चुनाव (2022 UP Elections) से पहले सांसद ने एक दलित शख्स के घर पर खाना खाते हुए फोटो शेयर की थी. इसके कुछ समय बाद ही ये दावा सामने आया है.

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हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो 2020 का है, तब भी इसे इसी तरह के दावे से शेयर किया गया था. वीडियो में रवि किशन पसीने की गंध पर तो बोलते नजर आ रहे हैं, लेकिन वो दलित समुदाय का कोई जिक्र नहीं करते. तब 2020 में रवि किशन ने एक वीडियो के जरिये ये स्पष्ट किया था कि वो अपने स्टाफ के सदस्यों से बात कर रहे थे, न कि दूसरों के बारे में.

दावा

इस वीडियो को सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि बीजेपी सांसद रवि किशन ऐसे ही एक घर में खाना खाने के बाद दलितों के पसीने की बदबू की शिकायत कर रहे थे.

वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि रवि किशन ने दलितों के पसीने की दुर्गंध की शिकायत की

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

ये स्टोरी लिखते समय तक फेसबुक यूजर रोहित सोनी के इस पोस्ट को 3,100 से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

सोशल मीडिया पर किए गए ऐसे ही दावों वाले पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

ये दावा YouTube पर भी शेयर किया गया है, जिनके आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

रवि किशन और BJP के कुछ दूसरे सदस्यों ने हाल में ही एक दलित के घर पर खाना खाया था. 14 जनवरी को रवि किशन ने अपने वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से इसकी एक फोटो भी शेयर की थी.

वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि रवि किशन ने दलितों के पसीने की दुर्गंध की शिकायत की

रवि किशन का ट्विटर पोस्ट

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

टीम वेबकूफ ने वीडियो को ध्यान से देखा और ऑडियो को साफ-साफ सुनने के लिए इसी स्पीड को धीमा किया. हमने पाया कि रवि किशन दलितों के बारे में कुछ नहीं बोले.

वीडियो में क्या बातचीत हुई, उसे नीचे देखा जा सकता है.

रवि किशन: कितने लोगों को कार में भर लिया है.

स्टाफ का स्दस्य: हम आपके पीछे-पीछे दौड़ते आए और यहां बैठ गए.

स्टाफ का दूसरा सदस्य: बाकी लोग बाद में आ गए, हम दो-तीन लोग पहले से ही थे इसमें.

रवि किशन: तुम लोगों का पसीना ऐसा महक रहा है ना, कि क्या बोलूं.

स्टाफ का सदस्य: अब क्या बताएं रवि भइया, हम कन्हैया भइया के पीछे दिन-रात दौड़ते हैं.

रवि किशन: अरे तो मुझे ही पसीने की बदबू सूंघने दोगे. बंद करो वीडियो.

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हमने जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल करके, यूट्यूब पर और भी वीडियो सर्च किए. हमें 17 मई 2020 को LiveHindustan के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट मिली.

रिपोर्ट में पहले वायरल वीडियो दिखाया गया है, उसके बाद रवि किशन का स्पष्टीकरण देखा जा सकता है.

रवि किशन ये कहते नजर आ रहे हैं, ''विपक्ष हमारे (BJP) के काम से असहज है, इसलिए वो हमें नीचा दिखाने के तरीके खोजते हैं. तो, मैं लोगों को बता दूं कि वीडियो 3 साल पुराना है, जब मैं यूपी में 2017 के चुनाव के लिए प्रचार कर रहा था. मेरे साथ कार में मेरा स्टाफ भी था.''

रवि किशन आगे कहते हैं कि वो पसीने की बदबू के बारे में शिकायत नहीं कर रहे थे, बल्कि वो तो इसे 'महक' बता रहे थे.

वो आगे ये भी कहते हैं कि जो लोग उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, वो जानते हैं कि वो अपने साथ के लोगों से मजाक करते रहते हैं. वो कहते हैं कि ''मैं उन्हें अपनी कार में बिठाकर उनके पसीने की शिकायत करूं ऐसा संभव नहीं है. विपक्षी दल अपने सामान्य ज्ञान का प्रयोग करें.''

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Hindustan Times पर इस वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट भी पब्लिश हुई थी.

हालांकि, हम स्वतंत्र रूप से ये नहीं वेरिफाई कर पाए कि वीडियो असल में कितना पुराना है या इसे कहां शूट किया गया था. लेकिन, ये साफ है कि ये हाल का नहीं है और इसे उनकी हाल की तस्वीर से गलत दावे से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

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