उर्जित पटेल ने आरबीआई के गवर्नर पद से 10 दिसंबर को इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफा देने के बाद सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हुई कि डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बड़ी तादाद में लोगों ने इस खबर को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया.
दावा सच या झूठ?
हमारी पड़ताल में सोशल मीडिया पर वायरल यह खबर गलत निकली. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आरबीआई ने सर्कुलर जारी कर इस खबर का खंडन किया.
आरबीआई के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि डिप्टी गवर्नर के इस्तीफे को लेकर जो मैसेज वायरल हो रहा है, वो निराधार है.
दरअसल, कुछ महीने पहले एक पब्लिक फोरम में आचार्य ने आरबीआई के ऑटोनॉमी पर कुछ बोला था. हो सकता है कि इस वजह से लोग उन्हें लेकर इस तरह के मैसेज वायरल कर रहे हों.
उर्जित पटेल ने इस्तीफा देने के बाद कहा, "मैं निजी कारणों से अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे रहा हूं. रिजर्व बैंक में कई सालों से अलग-अलग पदों पर रहकर काम करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. रिजर्व बैंक के कर्मचारियों, अधिकारियों और मैनेजमेंट का जो साथ मिला, उसके लिए आभारी हूं. सबकी इसी कड़ी मेहनत की वजह से रिजर्व बैंक इतना काम कर पाया. मैं इस मौके पर रिजर्व बैंक बोर्ड के सभी डायरेक्टर और अपने साथियों का शुक्रिया अदा करता हूं. उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं.”
ये पूरा मामला सबकी आंखें खोलने वाला है. लोगों को सलाह दी जाती है कि किसी भी कंटेंट को शेयर करने से पहले सच्चाई जरूर पता कर लें.
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