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RSS ने मुस्लिम महिलाओं का धर्मांतरण कराने से जुड़ा कोई लेटर नहीं किया जारी

RSS के पुराने लेटर से वायरल हो रहे लेटर की तुलना करने पर हमें कई असमानताएं मिलीं.

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का एक कथित लेटरहेड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसे इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि RSS ने हिंदू पुरुषों से मुस्लिम महिलाओं को 'फंसाकर' उनका धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा है.

क्या लिखा है इस लेटर में?: वायरल लेटर में 12 पॉइंट्स में बताया गया है कि कैसे हिंदू पुरुषों को पहले मुस्लिम महिलाओं से दोस्ती करनी चाहिए और फिर उन्हें इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म स्वीकार करने के लिए मनाना चाहिए. इसमें मुस्लिम महिलाओं का भरोसा जीतने और उनके साथ शारीरिक अंतरंगता के जरिए से धर्मांतरण पर जोर दिया गया है.

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लेटर में ये भी लिखा है कि अगर कोई मुस्लिम महिलाओं का धर्मांतरण करना चाहता है, तो वो ''संघ के 15 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हो सकता है''. इस बयान को अखिल भारतीय हिंदू समाज, बजरंग दल, हिंदू सेना और हिंदू युवा वाहिनी जैसे अन्य संगठनों का नाम भी दिया गया है.

RSS के पुराने लेटर से वायरल हो रहे लेटर की तुलना करने पर हमें कई असमानताएं मिलीं.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

कई यूजर्स ने इस लेटर को #BhagwaLoveTrap हैशटैग के साथ शेयर किया है. ऐसे ट्वीट्स के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं. इस लेटर से जुड़ी क्वेरी हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी आई हैं.

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लेकिन ये लेटर फेक है:

  • हमने RSS की ओर से जारी किए गए पुराने लेटर चेक किए. हमें लेटर के फॉर्मैट और लोगो से जुड़ी कई असमानताएं मिलीं.

क्या RSS ने इस लेटर पर कुछ कहा है?: RSS के सुनील अंबेडकर ने ट्वीट कर इस वायरल लेटर को फर्जी बताया है.

क्या असमानताएं हैं वायरल लेटर में?: RSS के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के पुराने ट्वीट्स पर एक सरसरी निगाह डालने पर हमें कुछ पुराने लेटर मिले.

  • 2015 और 2017 में जारी हुए लेटर से वायरल लेटर का मिलान करने पर हमें लोगो में अंतर दिखा.

  • इसके अलावा, हमें सबसे ऊपर लिखे टेक्स्ट में भी विसंगति देखी. वायरल लेटर में ये एक सीधी रेखा पर नहीं हैं.

RSS के पुराने लेटर से वायरल हो रहे लेटर की तुलना करने पर हमें कई असमानताएं मिलीं.

टेक्स्ट के अलाइनमेंट और लोगों में अंतर देखा जा सकता है.

(फोटो: Altered by The Quint)

इसके अलावा, ध्यान देने वाली बात ये भी है कि दोनों पुराने लेटर में नीचे साइन और लेटर की तारीख भी देखी जा सकती है. लेकिन वायरल लेटर पर न तो किसी RSS नेता का कोई साइन है और न ही तारीख.

  • 2015 और 2017 के लेटर पर साइन और तारीख दिख रही है.

    (फोटो: Altered by The Quint)

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कुछ और भी हैं गलतियां?: वायरल लेटर में एक टाइपिंग एरर भी है. चौथे पॉइंट पर 'मैसेज' को 'मसाज' लिखा गया है.

  • हमने पहले भी RSS के नाम पर ऐसे कई फेक लेटर का सच आपको बताया है. आप हमारे फैक्ट चेक यहां और यहां पढ़ सकते हैं.

निष्कर्ष: साफ है कि वायरल लेटर नकली है. RSS ने भी आधिकारिक तौर पर इसे ''फेक'' बताया है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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