सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लड़ाई के मैदान में एक टैंक के पीछे तीन जवान दिख रहे हैं. एक जवान टैंक के पास से एक बच्चे को बचाने के लिए भागता देखा जा सकता है. इस वीडियो को यूक्रेन (Ukrain) में चल रहे युद्ध से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. यूजर्स सैनिकों की बहादुरी की सराहना करते हुए उन्हें ''असली नायक'' बता रहे हैं.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो न तो अभी का है और न ही यूक्रेन का.
ये वीडियो 2017 में इराक के मोसल में शूट किया गया था. वीडियो में डेविड यूबैंक दिख रहे हैं जो अमेरिका के विशेष बल में थे और अब सहायता कर्मी बन गए हैं. डेविड इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के स्नाइपर फायर के बीच से एक बच्चे को बचाने के लिए भागे थे और दो सैनिकों ने उन्हें कवर दिया था.
दावा
वीडियो को यूक्रेन पर रूसी हमले से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, जिसमें यूजर्स सैनिकों की बहादुरी की सराहना कर रहे हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने जरूरी कीवर्ड का इस्तेमाल कर, गूगल पर सर्च किया. हमें CBS नाम के एक अमेरिका न्यूज चैनल के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो रिपोर्ट मिली.
वीडियो के टाइटल के मुताबिक, वीडियो में एक अमेरिकी एड वर्कर (सहायता कर्मी) को एक इराकी बच्चे को बचाते हुए दिखाया गया है. ये वीडियो 22 जून 2017 को अपलोड किया गया था.
इस घटना को 8 दिन बाद 30 जून 2017 को Fox News की एक रिपोर्ट में भी इस्तेमाल किया गया था.
दोनों ही रिपोर्ट्स में जो शख्स बच्चे को बचाने के लिए भागता है उसकी पहचान डेविड यूबैंक के तौर पर की गई है. और बताया गया है कि वो अमेरिका की स्पेशल फोर्सेस का सैनिक है जो बाद में मानवीय सहायता कर्मी बन गए. डेविड ने Free Burma Rangers नाम के एक ग्रुप के साथ काम किया है.
Fox News से बात करते हुए यूबैंक ने बताया कि वीडियो में जो बच्चा दिख रहा है वो एक 6 साल की बच्ची थी. वो ISIS की गोलियों से बचने के लिए छिप रही थी. उन्होंने कहा कि वीडियो उसी साल 2 जून को शूट किया गया था. वो बच्ची इस संघर्ष में अनाथ हो गई थी और अब वो इराकी जनरल की देखरेख में है.
यूबैंक के नाम पर हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया, जिससे हमें Free Burma Rangers के यूट्यूब चैनल पर इस रेस्क्यू वीडियो का बड़ा वर्जन मिला. वीडियो में लड़की को उसके परिवार से मिलाते हुए देखा जा सकता है.
Los Angeles Times के एक आर्टिकल के मुताबिक, अमेरिकी और इराकी दोनों की फोर्सेज ने मिलकर इस लड़की को बचाया था, जो उस जगह पर फंसी हुई थी जहां ISIS ने संघर्ष से बचने की कोशिश कर रहे लोगों को गोली मारी थी.
मतलब साफ है, कि लड़ाई के मैदान में बच्चे को बचाते सैनिकों का ये वीडियो रूस-यूक्रेन विवाद से संबंधित नहीं है. ये वीडियो 2017 का है और इराक के मोसल में ISIS की गोलीबारी से एक बच्ची को बचाते कुछ सैनिकों को दिखाता है.
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