सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक शख्स RSS और BJP के साथ-साथ औरंगजेब और मराठों के बारे में बोलता नजर आ रहा है. वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो तालिबान के मुख्य सचिव का है, जिसने RSS और BJP की ताकत को स्वीकारा है.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि वीडियो में दिख रहा शख्स तालिबान का मुख्य सचिव नहीं, बल्कि पाकिस्तानी स्कॉलर है.
दावा
वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा जा रहा है, ''तालिबान ने यह स्वीकार किया कि भारत में RSS और BJP ज्यादा ताकतवर है जब भारत में BJP रहेगी कोई देश हमला नही कर सकता अगर भारत पर हमला करना हैं तौ पहले Bjp हटाओ इस विडियो को देखिए कि तालिबान के मुख्य सचिव ने क्या कहा...''
Zee news fans club नाम के एक फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को आर्टिकल लिखते समय तक 2,300 से ज्यादा बार शेयर और लगभग इतने ही लाइक भी मिल चुके हैं, जबकि इसे 62,000 से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है. इसका आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.
इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह शेयर किया जा रहा है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने वीडियो को ध्यान से देखा . वीडियो के दाईं ओर सबसे ऊपर एक लोगो दिखा, जिसमें 'NWAA STUDIOS' लिखा हुआ है. इसे गूगल पर सर्च करके देखने पर, हमें इसी नाम का एक पाकिस्तानी यू्ट्यूब चैनल मिला.
इस चैनल पर डाले गए वीडियो खंगालने पर हमें इस शख्स के कई वीडियो मिले. इसके अलावा, 6 अगस्त 2020 को अपलोड किया गया ये वीडियो भी मिला, जो वायरल हो रहा है. 17 मिनट 4 सेकंड के इस वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था, ''Inteha Pasand Hinduon Ka Asal Ajenda Kya Hai ? Khalid Mehmood Abbasi Nwaa Studios'' .
साथ ही, वीडियो की स्क्रीन पर उसकी रिकॉर्डिंग की तारीख 01-03-2019 लिखकर आ रही है.
वीडियो के डिस्क्रिप्शन में Khalid Mehmood Abbasi (खालिद महमूद अब्बासी) के यूट्यूब हैंडल का भी लिंक दिया गया था. हमने लिंक के जरिए जाकर उनके चैनल को भी खंगाला, जिससे हमें यही वीडियो उनके चैनल पर भी मिला. इसे 3 अगस्त 2021 को अपलोड किया गया था. इसके कैप्शन में लिखा गया था, 'Hindustan Mae Bigarte Halat - Khalid Mehmood Abbasi'
हमने Khalid Mehmood Abbasi Official चैनल के 'About' सेक्शन में जाकर देखा, हमें वहां एक फेसबुक लिंक मिला. जिसके जरिए हम Shubban Ul Muslimeen के फेसबुक पेज पर पहुंचे.
पेज पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ये संस्था पाकिस्तान में कुरान और सुन्नत के सिद्धांतों के आधार पर एक आधुनिक इस्लामी राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था स्थापित करने की मुहिम में जुटी है.
हमने अब्बासी की फेसबुक प्रोफाइल को भी ढूंढने की कोशिश की. हमें उनकी फेसबुक प्रोफाइल मिली, जिसे सोशल मीडिया टीम हैंडल करती है.
यहां पर मिली जानकारी के मुताबिक, खालिद एक जाने-माने इस्लामी स्कॉलर हैं. वर्तमान में वो "शुब्बन उल मुस्लिम" के लिए शूरा के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं.
ऊपर दी गई दोनों तस्वीरों में देखा जा सकता है कि सर्कल में एक ही वेबसाइट shubban.pk का लिंक दिया गया है. हमने इस वेबसाइट पर भी जाकर देखा.
हमें इस वेबसाइट के वीडियो सेक्शन में भी खालिद अब्बासी के कई वीडियो मिले. इसके अलावा, यहां पर भी इस संस्था के बारे में वही जानकारी दी गई थी, जो इस फेसबुक पेज पर थी. साथ ही, ये भी बताया गया था कि ये संस्था डॉ. इसरार अहमद ने स्थापित की थी.
अब्बासी के फेसबुक पेज के मुताबिक, उन्होंने अपने जीवन के 30 साल इस संस्था को दिए हैं और वो पाकिस्तान के इस्लामाबाद के रहने वाले हैं.
हमने अब्बासी से भी बात की उन्होंने इसका तालिबान से किसी भी तरह के संबंध से इनकार करते हुए बताया कि ये वीडियो पुराना है.
"यह पूरी तरह से झूठा बयान है, कि मैं तालिबान का मुख्य सचिव हूं. तालिबान अब अफगानिस्तान में सत्ता में आ गया है, लेकिन क्लिप का हिस्सा वीडियो से निकाला गया है जो लगभग 1.5 साल पुराना है. मेरा कोई लिंक नहीं है तालिबान या किसी राजनीतिक दल के साथ."खालिद महमूद अब्बासी, पाकिस्तानी स्कॉलर
क्या तालिबान में कोई मुख्य सचिव जैसा पद होता है?
जैसा कि दावे में वीडियो में बोलते शख्स को तालिबान का मुख्य सचिव बताया जा रहा है, हमने तालिबान से संबंधित न्यूज रिपोर्ट्स देखीं. लेकिन हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली कि तालिबान में कोई मुख्य सचिव जैसा पद भी होता है.
हमें क्विंट हिंदी की एक रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक:
संगठन की कमान संभालने वाले 5 तालिबानियों की बात करें तो हैबतुल्ला अखुंजादा, जो 2016 से प्रमुख ही संगठन का प्रमुख है. संस्थापक सदस्य अब्दुल गनी बरादर, डिप्टी चीफ मुल्ला मोहम्मद याकूब, डिप्टी चीफ सिराजुद्दीन हक्कानी, वार्ता प्रमुख अब्दुल हकीम हक्कानी संगठन के प्रमुख चेहरे हैं
लेकिन हमें यहां भी मुख्य सचिव जैसे किसी पद की कोई जानकारी नहीं मिली.
मतलब साफ है कि पाकिस्तान के एक स्कॉलर का 2 साल से भी ज्यादा पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर इस झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स तालिबान का मुख्य सचिव है.
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