सोशल मीडिया पर एक मस्जिद की सफाई करते पुलिस कर्मियों की फोटो वायरल हो रही है. इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये फोटो सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली सरकार में पश्चिम बंगाल (West Bengal) पुलिस की स्थिति को दर्शाती है.
हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो तेलंगाना के भैंसा की है और हाल की नहीं बल्कि जून 2016 की है, जब तेलंगाना के पुलिस कर्मियों ने स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत मंदिरों और मस्जिदों की सफाई की थी.
पड़ताल में हमने क्या पाया
फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें 2017 का एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें वायरल फोटो इस्तेमाल की गई थीं.
फोटो को ध्यान से देखने पर हमें एक 'SK TOYS' नाम की दुकान दिखी.
इसके बाद, TinEye पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 2017 की एक फोटो मिली, जिसमें वायरल विजुअल देखे जा सकते हैं. फोटो के साथ इस्तेमाल किए गए टेक्स्ट के मुताबिक फोटो में हैदराबाद पुलिस दिख रही है.
वायरल फोटो तेलंगाना की है, पश्चिम बंगाल की नहीं
ऊपर बताए जा चुके क्लू का इस्तेमाल कर, हमने गूगल पर SK Toys सर्च करके देखा और पाया कि 'SK Toys World' नाम की दुकान तेलंगाना के भैंसा में स्थित है.
हमें 18 जून 2016 का एक फेसबुक पोस्ट भी मिला जिसमें वायरल फोटो को थोड़ा ज्यादा साफ वर्जन मिला. इसके कैप्शन में लिखा था कि पुलिस भैंसा के पंजेशा मस्जिद में सफाई कर रही है.
हमने इस फोटो की तुलना गूगल मैप्स पर मौजूद 'SK Toys World' दुकान से की और दोनों में कई समानताएं देखीं.
पंजेशा मस्जिद की तस्वीरें गूगल मैप्स पर भी मौजूद हैं. इन तस्वीरों में 'SK Toys World' नाम की दुकान को मस्जिद के सामने देखा जा सकता है.
(नोट: तस्वीरें देखने के लिए दाएं स्वाइप करें)
गूगल मैप्स की मदद से हमें जानकारी मिली की ये दुकान पंजेशा मस्जिद से 20 मीटर की दूरी पर है.
वर्दी पर दिख रहा चिह्न तेलंगाना पुलिस का है
हमने ये भी देखा कि वायरल फोटो में पुलिस ऑफिसर की वर्दी पर दिख रहा प्रतीक चिन्ह पश्चिम बंगाल पुलिस का नहीं, बल्कि तेलंगाना पुलिस का है.
क्विंट की वेबकूफ टीम से बातचीत में, भैंसा के ASP किरन खरे ने बताया कि ये फोटो 2016 की है और इसे भैंसा में लिया गया था.
''ये फोटो भैंसा में मौजूद पंजेशा मस्जिद की है और इस फोटो को 2016 में स्वच्छ भारत अभियान के तहत लिया गया था. इस अभियान में भैंसा पुलिस ने भाग लिया था.''किरन खरे, ASP भैंसा
तेलंगाना राज्य पुलिस के फेसबुक अकाउंट से 20 जून 2016 को तस्वीरें शेयर की गईं थीं और बताया गया था कि कैसे भैंसा के डीएसपी और दूसरे पुलिस ऑफिसर ने स्वच्छ भारत कार्यक्रम के तहत मंदिरों और मस्जिदों की सफाई की थी.
मतलब साफ है कि तेलंगाना की 5 साल पुरानी फोटो इस गलत दावे से शेयर की जा रही है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार में पुलिस मस्जिदों में सफाई कर रही है.
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