सोशल मीडिया पर महिलाओं के कपड़े पहने एक शख्स की फोटो शेयर की जा रही है. फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इसमें दिख रहा शख्स एक आतंकवादी है जिसे भारत में पकड़ा गया है.
हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो मार्च 2012 की है जिसमें अफगान सुरक्षा बल के लोग महिला के भेष में तालिबानी आतंकवादियों को ले जा रहे हैं.
दावा
फोटो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है: 'हर घर से, खाग्रेस काल मे अफजल निकलेगा, सुना तो था, परंतु भाजपा शासन में ऐसे निकलेगा ये नही पता था'
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें The Atlantic का एक आर्टिकल मिला. अप्रैल 2012 में पब्लिश हुए इस आर्टिकल में इसी फोटो का इस्तेमाल किया गया था.
फोटो के कैप्शन के मुताबिक, फोटो में अफगान सुरक्षा बल, महिलाओं का वेश रखे तालिबानी आतंकियों को ले जाते हुए दिख रहे हैं.
फोटो के लिए एसोसिएटेड प्रेस फोटोग्राफर रहमत गुल को क्रेडिट दिया गया था.
इसके बाद, हमने 'Afghan women dress 2012' कीवर्ड इस्तेमाल कर AP Images पर सर्च करके देखा. हमने पाया कि इस फोटो को 28 मार्च 2012 को अफगानिस्तान के मेहतरलाम में लिया गया था.
फोटो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, 'अफगान सुरक्षा बलों ने अफगान महिलाओं के कपड़े पहने तालिबानी आतंकियों को, 28 मार्च 2012 को अफगानिस्तान के काबुल पूर्व के मेहतरलाम में अफगान इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट में मौजूद मीडिया के सामने पेश किया.
सर्च रिजल्ट में AP की वेबसाइट पर 2012 की इस घटना की और भी तस्वीरें मिलीं.
मतलब साफ है कि महिलाओं के कपड़ों में अफगानिस्तान में पकड़े गए तालिबानी आतंकवादियों की फोटो कश्मीर के नाम पर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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