तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) के प्रसाद में बीफ की चर्बी और मछली के तेल जैसे पदार्थ मिले की खबर से हड़कंप मच गया है. क्योंकि इस प्रसाद को पूरी तरह से शाकाहारी माना जाता रहा है. अब इस मामले को लेकर कई तरह के भ्रामक दावे भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं.
दावा : इसी बीच एक वायरल पोस्ट में कहा गया है कि जिस कंपनी से मंदिर में घी सप्लाई होता था, उसके शीर्ष अधिकारी मुस्लिम हैं.
तिरुपति बालाजी प्रसाद का विवाद क्या है ? आंध्र प्रदेश में NDA सरकार के 100 दिन पूरे होने के मौके पर 18 सितंबर को विजयवाड़ा में विधायक दल की बैठक हुई थी, इसमें मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पिछली YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के कार्यकाल के दौरान तिरुपति तिरुमाला मंदिर में प्रसाद में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु वसा (Animal fat) की मिलावट की गई थी.
TDP प्रवक्ता अनम वेंकटरमण रेड्डी ने एक दस्तावेज दिखाते हुए बताया कि यह गुजरात में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा प्रसादम पर किए गए परीक्षणों की रिपोर्ट है.
इस दस्तावेज में कहा गया है कि तिरुपति प्रसादम में वास्तव में गोमांस वसा, लार्ड और मछली का तेल इस्तेमाल किया गया था.
गोमांस वसा गाय की चर्बी को कहते हैं और लार्ड सूअर की चर्बी को कहते है. YSRCP और A.R. Dairy foods Pvt. Ltd. ने इन सभी दावों को खारिज करते हुए इसे गलत बताया है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. वायरल पोस्ट में जो नाम नजर आ रहे हैं वह भारतीय कंपनी A.R. Dairy foods Pvt. Ltd. में काम करने वाले लोगो के नहीं है.
वायरल पोस्ट में नजर आ रहे नाम पाकिस्तान की A.R.Foods (Pvt) Limited में काम करने वाले लोगो या उस कंपनी के मालिक के है.
जबकि तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद के लिए घी सप्लाई करने वाली A.R. Dairy foods Pvt. Ltd. तमिलनाडु के डिंडीगुल में है.
तिरुपति मंदिर में प्रसाद के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला घी तमिलनाडु के डिंडीगुल में मौजूद A.R. Dairy foods Pvt. Ltd. से आता था ना कि इस्लामाबाद से.
आंध्र प्रदेश में TDP की सरकार बनने के बाद से प्रसाद के लिए AR Dairy Foods नहीं बल्कि कर्नाटक मिल्क फेडरेशन से बने नंदिनी घी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल पोस्ट में शामिल सभी नामों की LinkedIn पर तलाश की और इनकी कंपनी को चेक किया
हमारी सर्च में हमनें पाया कि इन सभी ने अपने LinkedIn प्रोफाइल पर अपनी लोकेशन में पाकिस्तान लिखा हुआ था.
यहां से हमें अंदाजा हुआ की पकिस्तान में भी एक A.R. Foods Pvt. Ltd. नाम से कंपनी रजिस्टर्ड है. जिसकी डिटेल को यहां पढ़ा जा सकता है.
A.R. Foods Pvt. Ltd पर मौजूद जानकारी के मुताबिक यह कंपनी पाकिस्तान में सादे मसालों, जड़ी-बूटियों, चावल, स्नैक्स, हेल्थ प्रोडक्ट्स, मिठाइयों, सिरके और विभिन्न प्रकार की सेवइयों का प्रोडक्शन करती है.
कंपनी की प्रोडक्ट लिस्ट चेक करने पर हमने पाया कि पाकिस्तान की A.R. Foods Pvt. Ltd देसी घी या किसी भी तरह के अन्य घी का उत्पाद नहीं करती है. जबकि तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पूरा विवाद ही घी में मिलावट किए जाने का है.
A.R. Dairy Foods Pvt. Ltd: तिरुपति बालाजी मंदिर में जिस A.R. Dairy Foods कंपनी के बनाए गए घी का इस्तेमाल किया गया वह तमिलनाडु के डिंडीगुल में है. इसे राज मिल्क के नाम से भी जाना जाता है.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक तमिलनाडु स्थित इस डेयरी कंपनी की शुरुआत 1995 में हुई थी और कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक इसका प्रबंधन तीन निदेशकों - राजशेखरन आर, सूरिया प्रभा आर और श्रीनिवासन एसआर द्वारा किया जाता है.
कंपनी की इस आधिकारिक वेबसाइट पर इन तीनों मालिकों के नाम देखे. पोस्ट में किए गए दावे के उलट इस कंपनी का कोई भी मालिक या बोर्ड डायरेक्टर मुस्लिम समुदाय से नहीं है.
हमने तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रबंधन की देखरेख करने वाली ट्रस्ट तिरुमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) से भी संपर्क किया है, उनका जवाब आने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा.
YSRCP का आरोपों से इंकार: आपको यह बता दें कि मंदिर के प्रसाद में चर्बी और फिश आयल जैसे तत्वों के मिले होने के आरोपों का आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने खंडन किया है.
YSRCP ने 20 सितंबर को आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर सत्तारूढ़ तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के इस दावे की अदालत की निगरानी में जांच कराने की मांग की है.
TDP का आरोप है कि जगन मोहन रेड्डी की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान ही तिरुपति लड्डू प्रसादम में पशु वसा (Animal Fat) मिलाई गई थी.
निष्कर्ष: तिरूपति बालाजी मंदिर में देसी घी की सप्लाई करने वाली तमिलनाडु की कंपनी के टॉप मैनेजमेंट या मालिक मुस्लिम नहीं है, यह दावा गलत है. वायरल हो रहे नाम पाकिस्तान की एक कंपनी के हैं.
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