सोशल मीडिया पर बांग्लादेश का एक वीडियो इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि यूपी के मदरसे में एक नाबालिग बच्चे को बेरहमी से पीटा जा रहा है. हाल में ही गाजियाबाद के एक मंदिर में पानी पीने गए 14 साल के बच्चे को बुरी तरह से पीटा गया था. ऐसे में बांग्लादेश के वीडियो को गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
दावा
Kreately Media नाम के एक ब्लॉ़ग से इस वीडियो को शेयर किया गया था. इस ब्लॉग से कई बार गलत जानकारी और फेक न्यूज शेयर की जा चुकी हैं. वीडियो को शेयर कर कैप्शन दिया गया है, ''यूपी सरकार मदरसों में सीसीटीवी कैमरे क्यों लगाना चाहती है.''
कई और ट्विटर यूजर्र ने इस वीडियो को शेयर किया है. हालांकि, उन्होंने कैप्शन में जगह के बारे में बताए बिना ये लिखा है कि इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया जाएगा. कैप्शन में लिखा गया है, ‘’मदरासा में ये क्या हो रहा है......? इस मौलवी पर कोई कार्यवाही नही होगी क्योंकि secularism खतरे में आ जाएगा न’’
इस वीडियो को ‘Anokhi Satta News Delhi’ नाम के एक यूजर ने शेयर किया था. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 8000 से भी ज्यादा व्यू मिल चुके हैं.
सच क्या है?
हमने वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटकर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें ‘SATV.TV’ पर पब्लिश एक आर्टिकल मिला. ये चैनल बांग्लादेश का एक निजी न्यूज चैनल है.
आर्टिकल में लिखा गया था कि ये घटना बांग्लादेश के चिटगांव के हथजारी नाम की जगह की है. इसके बाद, हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च करके देखा. हमें Dhaka Tribune नाम की एक वेबसाइट पर पब्लिश एक और आर्टिकल मिला. इसमें घटना से जुड़ी वही जानकारी थी जो SATV.TV के आर्टिकल भी थी.
10 मार्च, 2021 को प्रकाशित इस आर्टिकल में लिखा गया था कि रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के जन्मदिन में मिलने आई उसकी मां जब जाने लगी तो बच्चा मां के पीछे दौड़ने लगा. इसलिए बच्चे को पीटा गया. याहया नाम के शिक्षक के खिलाफ बच्चे के पिता ने मामला दर्ज कराया था. जिसके बाद शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
भले ही ये घटना हुई है और हाल की है, लेकिन इसका यूपी में बच्चे को पीटने वाले मामले से कोई लेना-देना नहीं है.
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