सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें कई लोगों को एक सुरंग के अंदर भारतीय झंडे के साथ देखा जा सकता है. इसे उत्तरकाशी सुरंग (Uttarkashi Tunnel) हादसे से जोड़कर शेयर किया जा रहा है, जहां 28 नवंबर को सफल बचाव अभियान को अंजाम दिया गया.
किसने किया है शेयर?: इस फोटो को Hindustan Times, Dainik Bhaskar और News24 जैसे कई मीडिया संगठनों ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पर शेयर किया है. भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने भी ये फोटो शेयर की है.
The Quint ने भी गलती से अपनी एक रिपोर्ट में ये फोटो इस्तेमाल की थी.
(ऐसे और भी पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)
सच क्या है?: वायरल फोटो को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) टूल की मदद से तैयार किया गया है. जिसे सफल बचाव अभियान के असली विजुअल बताकर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
वायरल फोटो में हैं कई गलतियां: वायरल फोटो को ध्यान से देखने पर कई ऐसी कमियां मिलीं, जिससे ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये फोटो AI की मदद से तैयार की गई है.
फोटो में लोगों के चेहरों को करीब से देखने पर पता चलता है कि उनकी आंखें धुंधली लग रही हैं.
AI की मदद से बनाई गई तस्वीरों में हाथ और उंगलियों में कमियां रह जाती हैं और ये कमी यहां भी देखी जा सकती है. फोटो में कुछ लोगों की तीन उंगलियां तो कुछ की उंगलियां गलत तरीके से बनी दिख रही हैं.
इसके अलावा, कुछ लोगों के हाथ विकृत लग रहे हैं.
AI टूल्स के मुताबिक: हमने इस फोटो को दो अलग-अलग AI इमेज डिटेक्शन टूल की मदद से चेक किया. दोनों टूल के मुताबिक, ये तस्वीर AI की मदद से तैयार की गई है.
'AI or Not' टूल पता चलता है कि फोटो AI की मदद से तैयार की गई हो सकती है.
एक अन्य टूल 'Illuminarty' के मुताबिक इस फोटो के एआई-जनरेटेड होने की संभावना 97.4 प्रतिशत थी.
इसके अलावा, हमने आगे पाया कि इस फोटो को 'Exclusive_Minds' नाम के एक वेरिफाइड 'X' हैंडल को क्रेडिट दिया गया था.
हैंडल पर जाकर देखने पर हमें यही फोटो मिली, जिसे 28 नवंबर को अपलोड किया गया था. यहां और भी कई फोटो शेयर की गईं थीं.
हमें इस हैंडल की ओर से किया गया एक जवाब भी मिला, जहां बताया गया था कि ये तस्वीरें AI की मदद से तैयार की गईं थीं.
PTI ने जारी की एडवाइजरी: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) ने भी 28 नवंबर को ये फोटो शेयर की थी. और 29 नवंबर को इस फोटो के लिए एक एडवायजरी जारी करते हुए लिखा, ''संपादक कृपया इस फोटो को अपने सिस्टम से हटा दें क्योंकि ये एक नकली तस्वीर है''.
उत्तरकाशी में बचाव अभियान के बारे में: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग के अंदर फंसे सभी 41 मजदूरों को 28 नवंबर को सुरक्षित निकाल लिया गया.
केंद्रीय गृह मंत्री नितिन गडकरी ने अपने ऑफिशियल 'X' हैंडल पर इसकी पुष्टि की.
पीएम मोदी ने भी बचाव अभियान सफलतापूर्वक होने के बाद इसे एक भावनात्मक क्षण बताया था.
AI फोटो और उनके प्रभाव को लेकर है उलझन?: क्विंट की वेबकूफ टीम ने एक गाइड पब्लिश की है, जिससे आप AI की मदद से तैयार की गई इन तस्वीरों के बारे में समझ सकें और इन्हें सच न मान बैठें. गाइड में ऐसी तस्वीरों के प्रभाव के बारे में भी बताया गया है. आप हमारी ये स्टोरी यहां पढ़ सकते हैं.
निष्कर्ष: साफ है कि AI की मदद से तैयार की गई तस्वीर को उत्तरकाशी सुरंग में हुए सफल बचाव अभियान से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)