सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि स्ट्रीट फू़ड बेचने वाला जो शख्स कथित तौर पर पानी में पेशाब मिला रहा है वो मुस्लिम समुदाय से है.
हालांकि, हमने पाया कि असम के गुवाहाटी में हुई घटना को झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है. भरालुमुख थाने के इनचार्ज ज्योति लहाना ने हमें बताया कि विक्रेता हिंदू है और उसकी पहचान अकरुल साहिनी के रूप में हुई है.
दावा
वीडियो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है: "पहले जग में पेशाब किया और वह पेशाब पीने वाले पानी में आधा डाला और आधा बाहर फेंक दिया ताकि ग्राहक को भी पता ना चले बाहर खाने पीने के शौकीन लोगों इन जिहादियों का क्या करोगे"
पड़ताल में हमने क्या पाया
घटना से जुड़े जरूरी कीवर्ड इस्तेमाल कर गूगल पर सर्च करने पर, हमें 'Time8' का एक आर्टिकल मिला. इसमें वायरल वीडियो का ही स्क्रीनशॉट था और बताया गया था कि ये घटना असम के गुवाहाटी में हुई थी.
आर्टिकल में वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान अकरुल साहिनी के रूप में की गई है. साहिनी को कथित तौर पर बर्तन साफ करने के पानी में पेशाब मिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
Pratidin Time पर शुक्रवार, 20 अगस्त को पब्लिश एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, स्ट्रीट फूड विक्रेता साहिनी 60 साल का है जो भरालुमुख के भूतनाथ इलाके का रहने वाला है.
इसके बाद हमने भरालुमुख पुलिस स्टेशन के इनचार्ज ऑफिसर ज्योति लहन से संपर्क किया. जिन्होंने बताया कि आरोपी मुस्लिम समुदाय से नहीं है.
''वो हिंदू समुदाय से है और उसका नाम अकरुल साहिनी है, जो बिहार का रहने वाला है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है.''ज्योति लहाना, भरालुमुख पुलिस स्टेशन के इनचार्ज ऑफिसर
मतलब साफ है कि पानी में कथित तौर पर पेशाब मिलाने के आरोपी एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर इस गलत दावे से शेयर किया जा रहा है कि वो मुस्लिम समुदाय से है.
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