सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक शख्स हथेलियों को आपस में रगड़ने, थपकियां देने जैसे मामूली नुस्खों से कई शारीरक फायदे होने के दावे कर रहा है.
क्या है दावा ?: वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये शख्स बतरा हॉस्पिटल के MD और ह्रदय रोग विभाग के प्रमुख रह चुके डॉ. बजाज हैं.
वीडियो में दिख रहा शख्स कौन है ? : वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स बतरा अस्पताल के कोई ह्रदय रोग विशेषज्ञ नहीं हैं. असल में ये प्रकाश शेशाद्री नाम का शख्स है, जो कोई प्रोफेशनल डॉक्टर भी नहीं है.
बतरा अस्पताल में सचमुच कोई डॉ. बजाज हैं ? : डॉ. राजीव बजाज बतरा अस्पताल में ह्रदय रोग विशेषज्ञ हैं, हमने उनसे भी संपर्क किया. डॉ. बजाज ने क्विंट से पुष्टि की है कि न तो वायरल वीडियो उनका है, न ही वीडियो में किए जा रहे दावे सच हैं.
वायरल वीडियो मेरा नहीं है. न ही इसमें दी जा रही कोई सलाह मैं अपने मरीजों को देता हूं. वीडियो पिछले 2-3 सालों से इंटरनेट पर मेरे नाम से शेयर किया जा रहा है.डॉ. राजीव बजाज, ह्रदय रोग विशेषज्ञ, बतरा अस्पताल दिल्ली
क्विंट से बातचीत में ह्रदय रोग विशेषज्ञ और फीजियोलॉजिस्ट्स ने वायरल वीडियो में किए जा रहे दावों को वैज्ञानिक तौर पर निराधार बताया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ?: वायरल वीडियो को की-फ्रेम्स में बांटकर गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें 2 साल पहले seechangeprakash नाम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला. यहां से हमें पता चला कि इस शख्स का नाम प्रकाश शेशाद्री शर्मा है और ये Seechangeworld नाम की वेबसाइट भी चलाते हैं.
वीडियो में दिख रहे शख्स प्रकाश शेशाद्री शर्मा ने खुद भी क्विंट से पुष्टि की कि वो प्रोफेशनल डॉक्टर नहीं हैं.
हथेलियों की कसरत के फायदों पर साइंस क्या कहता है ? :अमेरिकी रिसर्च संस्थान सेंटर फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की ऑफिशियल वेबसाइट पर अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों और गर्भवती महिलाओं के लिए एक्सरसाइज के फायदे बताए गए हैं. लेकिन, यहां कहीं भी हथेलियों को रगड़ने वाली कसरत नहीं बताई गई है.
वीडियो में बताई जा रही कसरत पर विशेषज्ञ क्या कहते हैं ? : इस दावे का सच जानने के लिए हमने जयपुर के RHL हॉस्पिटल और लीलावती हॉस्पिटल में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. रवींद्र सिंह राव से संपर्क किया. उन्होंने क्विंट को बताया कि वायरल वीडियो में किए जा रहे दावे सरासर गलत हैं.
वीडियो में किए जा रहे दावे गलत हैं. सिर्फ 7 मिनट की कोई कसरत कारगर हो सकती है तो वो है दौड़, जॉगिंग या फिर साइकल चलाना. वीडियो में किए जा रहे दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.डॉ. रवींद्र राव, ह्रदय रोग विशेषज्ञ, MD, DM, FACC (Interventional Structural Cardiologist)
चूंकि आमतौर पर शरीर की समस्याओं को एक्सरसाइज के जरिए दूर करने का काम फिजियोथैरेपी के तहत होता है. इसलिए हमने इस दावे का सच जानने के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल में फीजियोलॉजिस्ट डॉ. हार्दिक पटेल से भी संपर्क किया.
डॉ. हार्दिक ने क्विंट को बताया ''वीडियो में दिखाई जा रही कसरत के पीछे कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती कि ये एक्सरसाइज शरीर को स्वस्थ्य रखने में कारगर है.''
फोर्टिस हॉस्पिटल में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रशांत पवार ने भी वीडियो में किए जा रहे दावों को गलत बताया.
वीडियो में जिन प्रेशर पॉइंट्स को दबाने से फायदे का दावा किया जा रहा है, उसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. ये सच है कि एक स्वस्थ्य ह्रदय के लिए हफ्ते में 5 दिन कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करना फायदेमंद है. मैं लोगों को सलाह दूंगा कि वीडियो में दिखाई जा रही एक्सरसाइज को सच मानन की बजाए ज्यादा से ज्यादा चलें या फिर सीढ़ियां चढ़ें.डॉ. प्रशांत पवार. कंसलटेंट - ह्रदय रोग, फोर्टिस हॉस्पिटल
पड़ताल का निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर वीडियो को शेयर कर किया जा रहा ये दावा सरासर गलत है कि वीडियो में दिख रहे शख्स बतरा हॉस्पिटल के डॉ बजाज हैं. इसके अलावा एक्सपर्ट्स ने वीडियो में बताई जा रही कसरत के बाद फायदा होने के किसी भी वैज्ञानिक प्रमाण से इनकार किया है.
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