क्या है दावा?
नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से लगातार सुर्खियों में है. अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि चालान कटने के बाद शख्स ने पुलिस अफसर को जूते से पीटा. वीडियो में पुलिसकर्मी और स्कूटर चालक हाथापाई भी करते दिख रहे हैं.
वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा है, "चालान काटने पे चले जूते, रुझान आने शुरू हुए."
ये वीडियो फेसबुक पर 'जनशक्ति समाचार' नाम के पेज से शेयर किया गया है. खबर लिखे जाने तक इस वीडियो को 38 हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके थे और 68 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके थे.
क्या है सच?
वीडियो के साथ किया गया दावा झूठा है. स्कूटर पर मौजूद व्यक्ति का 'चालान' नहीं किया गया. हालांकि, ये सच है कि चालक और पुलिसकर्मी के बीच हाथापाई हुई. वीडियो उत्तर प्रदेश के मेरठ का है.
सच्चाई का पता कैसे लगा?
क्विंट ने इस वायरल वीडियो के एक-एक फ्रेम का विश्लेषण किया. गूगल पर हर फ्रेम को रिवर्स सर्च किया. इसी दौरान हमे इंडिया टाइम्स पर एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल का टाइटल था, 'Stopped For Not Wearing Helmet, Man Lashes Out At Traffic Cop & Beats Him With Slippers!' मतलब 'ट्रैफिक पुलिस ने हेलमेट नहीं पहनने पर रोका, शख्स ने चप्पल से पीटा'
इस आर्टिकल में पत्रकार पीयूष राय का ट्वीट एम्बेड है. ट्वीट में लिखा है, "ये घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ में घटी. ट्रैफिक पुलिस ने एक स्कूटर पर जा रहे एक युवक को थप्पड़ मारा."
पीयूष राय ने द क्विंट को बताया, कोई चालान नहीं किया गया था. ट्रैफिक पुलिस ने स्कूटर सवार को इसलिए रोका, क्योंकि उसने हेलमेट नहीं पहना था. जबकि उस शख्स का कहना था कि एक ट्रैफिक पुलिस चालान नहीं कर सकता है.
इस घटना को नवभारत टाइम्स और स्क्रॉल ने भी रिपोर्ट किया है.