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'गो बैक मोदी' वाली पुरानी फोटो बिहार चुनाव में फिर वायरल

दावा किया जा रहा है कि बिहार में पीएम मोदी की रैली के संदर्भ में ये बहिष्कार करने के लिए लिखा गया

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बिहार में विधानसभा चुनावों का शोर है. चुनाव के माहौल में ही सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, फोटो में सड़क पर लिखा है गो बैक मोदी. दावा किया जा रहा है कि बिहार में पीएम मोदी की रैली के संदर्भ में ये बहिष्कार करने के लिए लिखा गया.

हमने अपनी खोज में पाया कि ये फोटो जनवरी 2020 की पश्चिम बंगाल है. सीएए विरोध के बीच पीएम मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे, तब लोगों ने सड़कों पर गो बैक मोदी लिखकर अपना विरोध जताया था.

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दावा

सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए ये जताने की कोशिश की गई कि ये फोटो बिहार की है और बिहार चुनाव में मोदी को लेकर गजब का विरोध हो रहा है. ये फोटो इस कैप्शन के साथ शेयर की गई- “Bihar is on fire mode.” मतलब बिहार में एकदम शबाब पर है.

हमें क्या मिला?

जैसा कि दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर बिहार की है, तो ये दावा गलत है. दरअसल ये फोटो पश्चिम बंगाल की है. इस फोटो का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हम वरिष्ठ पत्रकार मयूख रंजन घोष के 11 जनवरी 2020 वाले ट्वीट तक पहुंचे.

इस इमेज के कैप्शन में लिखा हुआ था- "ये कोलकाता का बहुत व्यस्त रहने वाला इलाका है. यहां पर हमेशा लाखों लोग घूम रहे होते हैं. आज रात को इस जगह को देखिए. सड़क ग्रैफिटी में बदल गया है, कोई ट्रैफिक नहीं है, सभी सड़कें ब्लॉक कर दी गई हैं और छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं."

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वायरल इमेज के बैकग्राउंड में एक बिल्डिंग पर लिखा हुआ है- “Metro Channel Control Post Hare Street Police Station.” इसके बाद हमने इसी की वर्ड से गूगल मैप पर सर्च किया. मैप पर भी इसी तरह की तस्वीर दिख रही थी जैसी वायरल इमेज है.

हमें जनवरी 2020 में छपी स्क्रोल और टाइम्स ऑफ इंडिया की भी एक न्यूज रिपोर्ट मिली. इन रिपोर्ट में भी इन ग्रेफिटी को कई एंगल से दिखाया गया था.

इस आर्टिकल में भी साफ तौर पर लिखा गया है कि सीएए को लेकर पीएम मोदी के आगमन पर विरोध दर्ज कराने के लिए ये ग्रेफिटी बनाई गई.

साफ है कि कोलकाता की पुरानी फोटो को इस दावे के साथ शेयर किया गया कि ये हाल के बिहार चुनाव की है.

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