सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है. फोटो में कंकाल के हाथ में बंदूक दिख रही है. दावा किया जा रहा है कि ये भारत-पाक युद्ध (1965) में शहीद हुए भारतीय सैनिक की फोटो है.
दावा
फोटो के साथ शेयर हो रहा मैसेज है - 1965 पकिस्तान से युद्ध के 3 महीने बाद जब शहीद के पार्थिव शरीर मिला तो उनकी #उंगलियां_बंदूकों_के_ट्रिगर पर थीं
नमन है देश पर शहीद होने वाले वीरों को
"मेरे देश के सैनिक अमर रहे हैं.
वॉट्सऐप के अलावा फोटो इसी दावे के साथ फेसबुक पर पिछले चार महीने से शेयर की जा रही है.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें The Dutch Historian नाम के इंस्टाग्राम पेज पर यही फोटो मिली. कैप्शन में इसी फोटो को मॉडल किट बताया गया है, जो कि जर्मन सैनिक की है.
अलग-अलग कीवर्ड सर्च करने से इतिहासकार दिलीप सरकार के 2 साल पुराने फेसबुक पोस्ट में भी हमें यही फोटो मिली. पोस्ट से पता चलता है कि फोटो में दिख रहा मॉडल एक जर्मन सैनिक का है और दिलीप सरकार ने ही इसे बनाया है.
पड़ताल के दौरान हमें तुर्की ती वेबसाइट teyit की फैक्ट चेक स्टोरी मिली. दिलीप सरकार ने teyit की टीम से बात करते हुए स्पष्ट किया था कि ये मॉडल उन्होंने साल 2017 में बनाया था और ये जर्मन सैनिक का है.
पड़ताल में सामने आया कि सोशल मीडिया पर शहीद भारतीय सैनिक की बताकर शेयर की जा रही फोटो असल में एक आर्टवर्क है. ये आर्टवर्क जर्मन सैनिक पर आधारित है.
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