सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में एक शख्स अनाज की बोरियों पर पाइप से पानी डालता दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि पंजाब के किसान इसी तरह गेहूं को सड़ाकर बेचते हैं. वीडियो को हाल में चल रहे किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. हालांकि, वायरल हो रहा वीडियो 2 साल पुराना और हरियाणा से जुड़ी घटना का है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि अनाज की बोरियों पर पानी डालता शख्स किसान नहीं है.
दावा
वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे मैसेज का हिंदी अनुवाद है - ये पंजाब का नजारा है, जहां एमएसपी पर गेहूं खरीदा जाता है. यहां किसान अनाज की बोरियों पर पानी डालकर इन्हें सड़ाने के बाद बेचते हैं, वही फाइव स्टार किसान जो दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं
बीजेपी युवा मोर्चा के नेता सौरभ चौधरी ने भी वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो के की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से 2018 के एक फेसबुक पोस्ट में हमें यही वीडियो मिला. पोस्ट से क्लू लेकर हमने गूगल पर ‘Man sprinkling water on wheat sacks’ सर्च किया, जिसके बाद एबीपी न्यूज का 8 मई, 2018 के बुलेटिन में भी हमें यही वीडियो मिला. मतलब साफ है कि वीडियो का हाल में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है.
एबीपी न्यूज के बुलेटिन से पता चलता है कि वायरल वीडियो हरियाणा के फतहगढ़ जिले का है. जहां अनाज का वजन बढ़ाने के लिए बोरियों पर पानी डालते शख्स की करतूत कैमरे में कैद हो गई थी.
फतहगढ़ मार्केट कमेटी ने मामले की जांच की थी, जिसमें सामने आया कि फतहगढ़ मंडी की दुकान क्रमांक 124-बी में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में ऐसा किया जा रहा था. जिस दुकान का मामला था, उसके मालिक इंडियन नेशनल लोक दल के नेता कुलजीत कुलड़िया हैं.
पंजाब केसरी और न्यूज 18 हिंदी की वेबसाइट्स पर भी अप्रैल 2018 में इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट पब्लिश हुई हैं. इन रिपोर्ट्स में भी यही बताया गया है कि अनाज का वजन बढ़ाने के लिए पानी डाला गया था.
मतलब साफ है कि 2 साल पुराने हरियाणा के वीडियो को हाल में चल रहे किसान आंदोलन से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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