सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें कई लोग जमीन पर बेहोश पड़े हुए दिख रहे हैं . वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि इसमें दिख रहे लोग कोरोना संक्रमण की वजह से इस हालत में हैं.
हालांकि, क्विंट ने पाया कि ये वीडियो आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम का है, जहां मई 2020 में एक पॉलिमर फैक्ट्री में गैस रिसाव की वजह से 12 लोगों की मौत हो गई थी.
दावा
वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है: भारत में कोविड-19 तेजी से फैल रहा है ... अस्पताल इससे संघर्ष कर रहे हैं... ऑक्सीजन की भारी कमी है...'' इस मैसेज के बाद ये भी लिखा गया है कि कोरोना वायरस को गंभीरता से लें और टीका लगवाएं.
(नोट: वीडियो के विजुअल आपको परेशान कर सकते हैं, इसलिए कोशिश करें कि इसे न देखें.)
फेसबुक पर कई यूजर्स ने इस वीडियो को इसी भ्रामक दावे के साथ शेयर किया है. हमारी WhatsApp टिपलाइन पर भी इस वीडियो से जुड़ी कई क्वेरी आई हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने InVid के गूगल क्रोम एक्सटेंशन का इस्तेमाल करके वीडियो को कई कीफ्रेम में बांटा और उन फ्रेम पर रिवर्स इमेज सर्च किया.
हमें Telegraph और India Today की 7 मई 2020 को पब्लिश की गईं रिपोर्ट मिलीं. इनमें इन्हीं विजुअल का इस्तेमाल किया गया था.
इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये विजुअल विशाखापत्तनम के नजदीक एक पॉलीमर प्लांट में गैस लीक घटना के हैं. इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 585 लोग बीमार हो गए थे.
इसके बाद, हमने विशाखापत्तनम के जिला कलेक्ट्रेट से भी बात की, जिन्होंने पुष्टि की कि वायरल वीडियो मई 2020 में हुई गैस ट्रैजडी का है. इसका हाल में बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों से कोई संबंध नहीं है.
मतलब साफ है कि आंध्र प्रदेश में स्टाइरीन गैस के रिसाव के विजुअल हाल में देश में बढ़ रहे कोविड-19 मामलों से जोड़कर शेयर किए जा रहे हैं. ये दावा भ्रामक है.
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