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पुतिन ने नहीं कहा- 'गिलगित-बाल्टिस्तान होना चाहिए भारत का हिस्सा', गलत है दावा

रूसी भाषा के वीडियो में गलत सबटाइटल जोड़ किया जा रहा झूठा दावा.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को बोलते देखा जा सकता है. वीडियो में इंग्लिश में चल रहे सबटाइटल में ये लिख के आ रहा है, "पुतिन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में ''गिलगित-बाल्टिस्तान पोविजनल प्रोविंस के मुद्दे को वीटो" करने का ऐलान किया है. साथ ही, उन्होंने कहा कि, "गिलगित-बाल्टिस्तान" भारत का हिस्सा होना चाहिए.

गिलगित-बाल्टिस्तान भारत और पाकिस्तान के बीच एक विवादित क्षेत्र है. इससे पहले, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने घोषणा की थी कि उनकी सरकार गिलगित-बाल्टिस्तान को ''अस्थायी तौर पर प्रांत का दर्जा'' देगी.

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इस मामले में भारत ने कहा था कि गिलगित-बाल्टिस्तान के क्षेत्र सहित जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न अंग हैं.

हालांकि, जब हमने वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि यूक्रेन पर रूस (Russia-Ukraine) के हमले की वजह से देश के अंदर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं. इसलिए, पुतिन ने 28 फरवरी को रूस के शीर्ष अधिकारियों से रूस की अर्थव्यवस्था के बारे में बात की थी.

सबटाइटल जोड़कर ये झूठा दावा किया जा रहा है कि पुतिन ने गिलगित-बाल्टिस्तान मुद्दे पर बात की थी.

दावा

29 सेकंड के वीडियो में, सबटाइटल में लिखा है, "मैंने UNSC में अपने भाषण में स्पष्ट किया कि गिलगित बाल्टिस्तान भारत का हिस्सा होना चाहिए. रूस, पाकिस्तान के उस प्रस्ताव का समर्थन नहीं करता जिसमें उसने गिलगित को अपना पोविजनल प्रोविंस बनाने की बात की है.

सबटाइटल में आगे लिखा गया है कि पुतिन ने पाकिस्तान को "गिलगित में कब्जा करने वाला" कहा. साथ ही, कहा कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने इस मुद्दे पर उन्हें ''समझाने'' की कोशिश की.

सबटाइटल में आगे लिखा गया है, ''पाकिस्तान को पैकिंग भेजो. वो आपके संसाधनों के पीछे पड़े हैं. पीएम खान ने पैसे मांगे. वो कुछ इस्लामी जिहादियों को यहां भेजना चाहते थे. मैंने कहा कि बानी गाला के बारे में आप क्या सोचते हैं, क्या आप इसे बेचेंगे? वो हंसे. मैंने सिक्योरिटी काउंसिल में गिलगित पर वीटो का इस्तेमाल कर दिया.

रूसी भाषा के वीडियो में गलत सबटाइटल जोड़ किया जा रहा झूठा दावा.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)

फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह इस वीडियो को ऐसे ही दावों के साथ शेयर किया गया है. इनके आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

वायरल वीडियो में एक रूसी मीडियो हाउस का लोगो था. हमने गूगल लेंस का इस्तेमाल किया और पाया कि ये 'Россия 24' नाम के एक रूसी मीडिया ऑर्गनाइजेशन है, जिसकी फंडिंग सरकार करती है. 'Россия 24' का ट्रांसलेशन करने पर हमने पाया कि इसका मतलब होता है 'Россия 24'.

रूसी भाषा के वीडियो में गलत सबटाइटल जोड़ किया जा रहा झूठा दावा.

'Россия 24' का लोगो इस स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है

(फोटो: Altered by The Quint)

हमने 'Russia 24 live TV' कीवर्ड का इस्तेमाल कर यूट्यूब पर सर्च किया, जिससे हमें यही चैनल मिला.

इस चैनल में ये वीडियो 28 फरवरी को पब्लिश किया गया था. वीडियो का टाइटल था, 'Putin called a meeting on economic issues – Russia 24' (अनुवाद- 'पुतिन ने आर्थिक मुद्दों पर एक बैठक बुलाई - Russia 24'). हालांकि, इस वीडियो में सबटाइटल का इस्तेमाल नहीं किया गया था.

रूसी भाषा के वीडियो में गलत सबटाइटल जोड़ किया जा रहा झूठा दावा.

'Россия 24' यूट्यूब हैंडल का स्क्रीनग्रैब

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/Россия 24)

इसके बाद, हमने यूट्यूब पर फिर से कीवर्ड सर्च किया और पाया कि ये वीडियो कई न्यूज आउटलेट्स में पब्लिश हुआ था.

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Euro News की ओर से 28 फरवरी को पब्लिश किए गए वीडियो में सबटाइटल का इस्तेमाल किया गया था, जिसके मुताबिक, पुतिन ने पीएम मिखाइल व्लादिमीरोविच मिशुस्तीन सहित शीर्ष अधिकारियों को चर्चा के लिए बुलाया था. क्योंकि, यूक्रेन पर रूसी हमले की वजह से रूस में कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं, इसलिए देश की अर्थव्यवस्था के बारे में चर्चा की जा सके.

ट्रांसक्रिप्शन के मुताबिक, पुतिन ने पश्चिम को ''झूठ का साम्राज्य'' कहा था.

ये खबर Moscow Times, Sky News के साथ-साथ इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी Reuters जैसे मीडिया ऑर्गनाइजेशन पर भी पब्लिश हुई थी.

मतलब साफ है कि पुतिन के वीडियो में गलत ट्रांसक्रिप्शन जोड़कर ये झूठा दावा किया गया कि वो "UNSC में गिलगित-बाल्टिस्तान प्रोविजनल प्रोविंस के मुद्दे पर वीटो का इस्तेमाल करेंगे."

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