चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की वोटिंग शुरू हो चुकी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों का एक आकलन सामने आया है, दावा किया जा रहा है ये आकलन इटेलीजेंस ब्यूरो (IB) और इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) का है.
सर्वे को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है.
ऐसे ही एक दावे का आर्काइव यहां देखें
चुनावों के सर्वे नहीं करता इंटेलीजेंस ब्यूरो
इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली भारतीय जांच एजेंसी है. द वायर की रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी स्थापना आजादी से पहले 1857 में हुई थी.
इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली के साल 2005 के आर्टिकल के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने कहा कि राजनीतिक और सामाजिक टकराव से जुड़ी सूचना का प्रमुख सोर्स IB है.
इंटेलीजेंस ब्यूरो चुनावी नतीजों के आकलन के लिए सर्वे नहीं कराता है
प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने भी IB नाम पर शेयर की जा रही सर्वे रिपोर्टस को फेक बताया है.
I-PAC के सर्वे में टीएमसी की हार का आकलन?
वायरल हो रही दोनों ही सर्वे रिपोर्ट्स में बीजेपी को हारता दिखाया गया है. लेकिन, I-PAC के नाम पर वायरल हो रहे सर्वे में दिखाया गया है कि पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम सीट पर बीजेपी जीत रही है. हालांकि, I-PAC के ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट कर इस सर्वे को फेक बताया जा चुका है.
वायरल हो हे कथित सर्वे डॉक्यूमेंट को ध्यान से देखने पर इसमें ‘Prateek Jain’ के हस्ताक्षर भी देखे जा सकते हैं.
I-PAC के को-फाउंडर और डायरेक्टर प्रतीक जैन ने ट्वीट कर बताया कि यहां उनके नाम की स्पेलिंग तक गलत लिखी है.
वायरल स्क्रीनशॉट में तृणमूल कांग्रेस के लिए ‘AITMC’ लिखा हुआ है. जबकि पार्टी के नाम के लिए ‘TMC’ या ‘AITC’ का इस्तेमाल होता है, ‘AITMC नहीं.
I-PAC एक पॉलिटिकल स्ट्रैटजी बनाने वाली कंपनी है, जिसके संस्थापक प्रशांत किशोर हैं. कई चुनावों में उन पार्टियों ने जीत हासिल की है, जिनकी स्ट्रैटजी प्रशांत किशोर ने बनाई थी.
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