एक न्यूज आर्टिकल का स्क्रीनशॉट इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि मिलावटी दूध के सेवन से 2025 तक 87% भारतीयों को कैंसर होने का खतरा है.
इसमें क्या लिखा है?: 'दूध नहीं जहर पीता है भारत, उत्पादन 14 करोड़ लीटर लेकिन खपत 64 करोड़ लीटर' इस हेडलाइन वाली रिपोर्ट में दावा किया गया है कि WHO ने भारत में मिलावटी दूध को लेकर चेतावनी जारी की है.
आगे दावे में लिखा है कि लगभग 68.7% दूध और डेयरी आधारित उत्पाद मिलावटी पाए गए और वे भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के मानकों के अनुरूप नहीं थे.
लेकिन...?: स्क्रीनशॉट में दिख रहे आर्टिकल को सबसे पहले हिंदी न्यूज वेबसाइट दैनिक भास्कर ने छापा था और इसका दावा गलत है. WHO ने भारत के संबंध में मिलावटी दूध के बारे में कोई भी नोटिस जारी करने से इनकार किया है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ?: सबसे पहले हमने इस स्क्रीनशॉट में की हेडलाइन को कीवर्ड के रूप में इस्तेमाल करके सर्च किया.
हमें दैनिक भास्कर का 2018 का एक आर्टिकल मिला जहां से यह दावा आया था.
इसके बाद हमने 'WHO adulterated milk India' शब्द का इस्तेमाल करते हुए कीवर्ड सर्च किया. जिससे हमें WHO का एक नोटिस मिला. इस नोटिस में स्पष्ट किया गया था कि WHO की तरफ से दूध या दूध उत्पादों में मिलावट के मुद्दे पर भारत सरकार को कोई सलाह जारी नहीं की है गई है.
मत्स्य पालन मंत्रालय, पशुपालन मंत्रालय, डेयरी मंत्रालय और प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) की वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक प्रेस रिलीज में भी यह साफ किया गया है कि WHO ने ऐसी कोई सलाह जारी नहीं की है.
निष्कर्ष: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ऐसी कोई सलाह जारी नहीं की है जिसमें कहा गया हो कि मिलावटी दूध के कारण 2025 तक 87% भारतीयों को कैंसर हो जाएगा.
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