दिल्ली के शाहीन बाग में महिलाओं को नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए एक महीने से ऊपर हो गया है. प्रदर्शन शुरू होने से लेकर अब तक, कई बार इसे बदनाम करने की कोशिश की गई.
दावा
शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें दो महिलाएं लड़ती दिख रही हैं.
एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'शाहीन बाग का प्रोटेस्ट अब धीरे-धीरे अड़ोस-पड़ोस की कलह में तब्दील होता जा रहा है, बिना पुलिस या लाठी. ढिशूम ढिशूम शुरू हुए जा रहा है. लुफ्त उठाओ मित्रों. #ShaheenBaghProtest #शाहीन_बाग.'
ट्विटर और फेसबुक, दोनों पर इस वीडियो को लगभग इसी दावे के साथ शेयर किया.
क्या है सच्चाई?
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का मजाक बनाने के लिहाज से पोस्ट किया गया ये वीडियो ना तो हाल-फिलहाल का है, और ना ही शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन का.
- ये वीडियो भोपाल के चौक बाजार का है, और जनवरी 2019 का है.
- दोनों महिलाएं इसलिए लड़ रहीं थीं, क्योंकि उनकी गाड़ियां आपस में टकरा गई थीं.
हमें जांच में क्या मिला?
वीडियो के फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने के बाद, हमें MyNation पोर्टल पर जनवरी, 2019 में पब्लिश हुआ एक वीडियो मिला.
इस वीडियो के मुताबिक, दोनों महिलाएं अपने-अपने टू-व्हीलर से जा रही थीं, जब उनकी आपस में टक्कर हो गई. एक्सीडेंट के बाद, दोनों में बहस शुरू हो गई और बात झगड़े तक आ गई.
क्विंट ने भोपाल के चौक बाजार में दुकान चलाने वाले स्थानीय शुद्धात्म जैन से भी बात की. उन्होंने हमें बताया कि ये घटना मार्केट की ही है, और दोनों महिलाएं मामूली बात पर झगड़ बैठी थीं.
हमें दैनिक भास्कर की भी एक न्यूज रिपोर्ट मिली, जिसमें यही बात लिखी हुई है.
इससे साफ होता है कि शाहीन बाग में महिलाओं के प्रदर्शन को बदनाम करने के लिए झूठे दावे के साथ वीडियो शेयर किया गया.
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