सोशल मीडिया पर 28 मई को नई संसद भवन तक मार्च करते हुए पुलिस हिरासत में लिए गए पहलवानों (Wrestlers Protest) की फोटो वायरल है. फोटो में पहलवान विनेश फोगाट, संगीता फोगाट मुस्कुराती दिख रही हैं.
दावा : फोटो को इस नैरेटिव से शेयर किया जा रहा है कि पहलवान प्रदर्शन को लेकर असल में गंभीर नहीं हैं. और पुलिस हिरासत में भी मुस्कुराते देखे जा सकते हैं.
ये दावा ऐसे वक्त पर किया जा रहा है जब 28 मई को दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन वाले दिन जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने मार्च निकाला था. मार्च के दौरान कई पहलवानों की गिरफ्तारी हुई. ऐसे कई विजुअल भी सामने आए जिनमें पुलिस पहलवानों के साथ बर्बरता करती दिख रही है.
खुद को ट्विटर बायो में पत्रकार बताने वाले हर्षवर्धन त्रिपाठी ने फोटो इसी दावे से ट्वीट की. इस फोटो को ट्विटर पर 1.68 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. वहीं सलिल त्रिपाठी नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर की गई फोटो को रिपोर्ट लिखे जाने तक 1.48 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. फेसबुक पर भी ये फोटो बड़े पैमाने पर शेयर की गई. अर्काइव यहां और यहां देख सकते हैं.
वायरल फोटो असली नहीं : वायरल फोटो असली नहीं है. पुलिस हिरासत में लिए गए पहलवानों की तस्वीरों को एक AI एप से एडिट कर उसमें 'मुस्कान' जोड़ी गई है. असली तस्वीर में पहलवान मुस्कुराते नहीं दिख रहे.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें मुस्कुराते दिख रहे पहलवानों की तस्वीर शेयर होने से कई घंटों पहले पत्रकार मंदीप पुनिया की ट्वीट की गई एक फोटो मिली. इस फोटो में पहलवान मुस्कुराते नहीं दिख रहे.
अब सवाल ये था कि असली तस्वीर कौन सी है? वो, जिसमें पहलवान मुस्कुरा रहे हैं या वो जिसमें नहीं.
पहलवान विनेश फोगाट और संगीता फोगाट की मुस्कुराते हुए दूसरी तस्वीरें हमने उनके वेरिफाइड सोशल मीडिया हैंडल्स पर देखीं. इन तस्वीरों से वायरल तस्वीरों को मिलाकर देखा. सामने आया कि विनेश और संगीता दोनों ही जब असल में मुस्कुराती हैं तो उनके चेहरे पर उस तरह के डिंपल नहीं आते हैं जैसे वायरल फोटो में दिख रहे हैं.
(फोटो देखने के लिए दाईं और स्वाइप करें)
इसी तरह वायरल फोटो में दिख रही पहलवान संगीता फोगाट की फोटो को भी हमने उनकी मुस्कुराते हुए असली तस्वीरों से मिलाकर देखा. उनके चेहरे पर भी वैसे डिंपल नहीं आते, जैसे वायरल फोटो में दिखाए गए हैं.
(फोटो देखने के लिए दाईं और स्वाइप करें)
ट्विटर पर कुछ यूजर्स ने ये बताया कि AI एप्लीकेशन Face App के जरिए इस फोटो को एडिट किया गया है. हमने भी जब इस एप पर 'स्माइल' फिल्टर का इस्तेमाल कर फोटो में लगाया तो ठीक वैसी ही फोटो बन गई जैसी वायरल हो रही है.
साफ है कि पहलवानों को मुस्कुराता दिखाती वायरल फोटो एडिटेड है.
सच सामने आने के बाद नया नैरेटिव : तस्वीर की सच्चाई सामने आने के बाद अब सोशल मीडिया पर कुछ खास तरह का नैरेटिव चलाने वाले हैंडल्स से विनेश फोगाट का एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि वो पुलिस की बस से बाहर देखते वक्त मुस्कुरा रही हैं. ये वीडियो भी गलत संदर्भ में शेयर किया गया है. असल में इस वीडियो में पहलवान विनेश फोगाट तंजिया लहजे में बोल रही हैं कि 'नया देश मुबारक हो'.
विनेश फोगाट समेत कई पहलवानों को बर्बरता से गिरफ्तार करती पुलिस के विजुअल सामने आए हैं, जिनसे स्पष्ट हो रहा है कि पुलिस हिरासत के दौरान पहलवानों के मुस्कुराने के दावों में कोई सच्चाई नहीं.
(तस्वीरें देखने के लिए दाईं और स्वाइप करें)
निष्कर्ष : मतलब साफ है, सोशल मीडिया पर एडिटेड फोटो शेयर कर ये गलत दावा किया जा रहा है कि पहलवान विनेश फोगाट और संगीता फोगाट पुलिस हिरासत में मुस्कुराती हुई देखी गईं.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)