जॉर्ज फारियन नाम के एक जर्नलिस्ट के एक मजाकिया ट्वीट थ्रेड में लिखी गई बातों को न्यूज चैनल Republic Bharat ने चीन (China) की ''एक्सक्लूजिव न्यूज'' बताकर चलाया. जॉर्ज जर्मन न्यूज वेबसाइट Der Spiegel के बीजिंग में कॉरेस्पॉन्डेंट हैं.
हालांकि, फारियन ने अपने ट्वीट पर आए कमेंट्स पर जवाब में बताया है कि वो मजाक कर रहे थे. उन्होंने इस ओर भी लोगों का ध्यान दिलाया कि एक इंडियन न्यूज चैनल ने उनके थ्रेड के आधार पर रिपोर्टिंग की है.
सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाह है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नजरबंद कर लिया गया है और चीन में 'तख्तापलट' हो गया है.
सोशल मीडिया यूजर्स ने ये दावा भी किया है कि समरकंद में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक से लौटने के बाद शी जिनपिंग सार्वजनिक कार्यक्रमों से गायब हैं.
हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसा हो सकता है कि जिनपिंग विदेशी दौरे पर थे इसलिए वापस आकर वो क्वारंटीन में चले गए हों, न कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है. चीन में कोविड से जुड़े सख्त नियम लागू हैं.
'चीन में तख्तापलट' पर Republic का बुलेटिन
सोशल मीडिया यूजर तो छोड़िए जर्नलिस्ट जॉर्ज फारियान के मजाकिया ट्विटर थ्रेड में जो तस्वीरें इस्तेमाल की गई हैं, उन्हीं का इस्तेमाल कर Republic Bharat ने चीन में 'तख्तापलट' से जुड़ा बुलेटिन प्रसारित कर दिया. इस बुलेटिन में उन बातों को भी इनपुट की तरह इस्तेमाल किया गया जो जॉर्ज ने ट्विटर पर लिखी थीं. ट्वीट में एक तस्वीर थी जिसमें जिनपिंग के घर के बाहर कुछ लोगों को दिखाया गया था, चैनल इन लोगों को ''एलीट फोर्स'' बता दिया.
वीडियो में तस्वीरों को दिखाते हुए एंकर बोल रहे हैं कि ये तस्वीरें सिन्हुआ गेट के बाहर की हैं, जहां पर ''एलीट फोर्सेज'' तैनात हैं. पूरे वीडियो में एंकर चीन में ''तख्तापलट'' पर चर्चा करते सुने जा सकते हैं. साथ ही ये भी कह रहे हैं कि बीजिंग में सेना ने मूवमेंट शुरू कर दिया है और सिन्हुआ गेट के अंदर मौजूद घर में जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है.
एंकर कह रहे हैं कि चीनी मीडिया और चाइनीज कम्यूनिस्ट पार्टी (CCP) ने अभी तक तख्तापलट पर कोई बयान क्यों नहीं दिया है?
शो में कुछ गेस्ट्स से भी इस मामले पर चर्चा सुनी जा सकती है. जिसमें कहा जा रहा है कि जिनपिंग की तानाशाही से लोग परेशान हैं. चीन की अर्थव्यवस्था, कोरोना और ताइवान से मामले पर चर्चा करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि शी जिनपिंग असफल साबित हुए हैं.
जर्नलिस्ट का वो मजाकिया ट्वीट जिस पर बना दिया बुलेटिन
दरअसल Der Spiegel के जर्नलिस्ट जॉर्ज फारियान ने फोटो डालकर मजाकिया लहजे में लिखा था कि मैंने चीन में ''तख्तापलट'' की जांच की है, ताकि आपको ऐसा न करना पड़े. उन्होंने लिखा कि उन्होंने ''काफी जोखिम लिया है'' और बीजिंग की खास जगहों में जाकर परेशान करने वाली चीजें देखीं.
फारियान ने बीजिंग की ही एक और फोटो शेयर की जिसमें कुछ लोग चलते हुए दिख रहे हैं. उन्होंने मजाकिया लहजे में इसे लेकर लिखा कि सादे कपड़े पहने ''ठगों'' ने तियानानमेन स्क्वायर को घेर लिया है.
वो मजाक को आगे बढ़ाते हुए फिर से लिखते हैं कि ''मैं काफी दिनों से चीन में हूं ताकि ये जान सकूं कि ये टूरिस्ट नहीं हैं.''
उन्होंने सड़क पर चलती कारों की फोटो शेयर कर मजाकिया लहजे में लिखा कि कैसे ''लोगों के ट्रैफिक'' के लिए सड़कें बंद कर दी गई हैं.
उनके इस मजाकिया ट्वीट और उसमें इस्तेमाल की गई तस्वीरों को चैनल ने ''एक्सक्लूजिव न्यूज'' बताकर चलाया और दावा किया कि शहर की सड़कों में और जिनपिंग के आवास के बार सेना तैनात कर दी गई है. जो साफ तौर पर सोशल मीडिया पर चल रही उन अफवाहों को बल देता है जिनके मुताबिक कथित तौर पर चीन में ''तख्तापलट'' हो गया है.
ट्वीट में फारियान ने जिस तस्वीर को शेयर कर लिखा था कि इसमें ''एलीट पैराट्रूपर्स'' दिख रहे हैं, उसी तस्वीर को Republic Bharat ने ''एलीट फोर्सेज'' का बताकर कहा कि ये जिनपिंग के कथित हाउस अरेस्ट के दौरान उनके घर के बाहर खड़े हुए हैं. इसके अलावा, दूसरी तस्वीरें भी चैनल ने इस्तेमाल कीं.
(इन तस्वीरों को देखने के लिए दाईं ओर स्वाइप करें)
हालांकि, ट्वीट थ्रेड देखने पर साफ दिख रहा है कि फारियान ने एक कमेंट के जवाब में बताया था कि ये एक मजाक है.
उन्होंने ट्वीट कर ये भी बताया कि एक इंडियन टीवी चैनल ने उनके थ्रेड पर बुलेटिन प्रसारित किया. इसलिए मैं दोबारा से कह रहा हूं ''दो चीजें अनंत हैं, एक ब्रह्मांड और दूसरी मनुष्य की मूर्खता''.
क्विंट ने जर्नलिस्ट जॉर्ज फारियान से संपर्क किया है. जवाब आते ही स्टोरी अपडेट की जाएगी.
मतलब साफ है, चीन में तख्तापलट पर मजाकिया लहजे में किए गए ट्वीट्स के आधार पर Republic Bharat ने बुलेटिन चलाया और उस पर चर्चा करते हुए उसे सही जानकारी के तौर पर पेश किया.
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