विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के नाम पर सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही वो भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पूर्व सदस्य नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को गिरफ्तार करने का आदेश पारित करेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिन्हा को कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित 13 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है.
हालांकि, वायरल दावा झूठा है. हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें ये बताया गया हो कि सिन्हा ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने से जुड़ी ऐसी बात कही है.
दावा
यशवंत सिन्हा की फोटो के साथ लिखा गया है, "ब्रेकिंग : भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के तुरंत बाद नूपुर शर्मा को गिरफ़्तार करने का आदेश पारित करूंगा : यशवंत सिन्हा"
पड़ताल में हमने क्या पाया
हमने यशवंत सिन्हा के सोशल मीडिया हैंडल और उनसे जुड़ी न्यूज रिपोर्ट्स चेक कीं, ताकि ये देख सकें कि उन्होंने नूपुर शर्मा के बयान और उसके बाद हुए विवादों को लेकर क्या प्रतिक्रिया दी है.
5 जून को पार्टी से नूपुर शर्मा को सस्पेंड किए जाने के बाद, यशवंत सिन्हा ने ट्विटर पर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता को ''फ्रिंज एलीमेंट'' कहा था. साथ ही, उन्होंने केंद्र पर भी 'फ्रिंज' होने का आरोप लगाया था.
सिन्हा ने ट्विटर के जरिए अपने विचार बताए थे कि बीजेपी ने शर्मा की टिप्पणी को सीधे स्वीकार नहीं किया. उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए सवाल किया था कि क्या वो इस तरह के बयानों का समर्थन कर रहे हैं.
सिन्हा ने 6 जून को भी एक अन्य ट्वीट के जरिए पीएम मोदी से सवाल किया.
हमें Satya Hindi नाम के एक न्यूज चैनल पर 7 जून 2022 का एक इंटरव्यू भी मिला. यहां यशवंत सिन्हा ने पीएम मोदी को लेकर कहा था कि उन्होंने नूपुर शर्मा पर कुछ भी नहीं कहा है.
Indian Express पर 11 जून को पब्लिश एक ओपिनियन पीस में, सिन्हा ने लिखा कि कैसे भारत ने विश्वस्तर पर अपने लिए सम्मान बनाया था, लेकिन नूपुर शर्मा के बयानों से भारत की स्थिति को नुकसान पहुंचा है.
हाल ही में, सिन्हा ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करके Alt News के कोफाउंडर मोहम्मद जुबैर की तुलना के मामले और नूपुर शर्मा के मामले में हुई कार्रवाई की तुलना की थी. उन्होंने कहा कि कैसे नूपुर शर्मा को उनके बयानों को लेकर कानूनी कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन जुबैर को करना पड़ा.
जुबैर को 27 जून को 4 साल पुराने एक ट्वीट से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया था और तब से वो हिरासत में हैं. उनके खिलाफ कई और एफआईआर दर्ज की गई हैं.
इंग्लिश न्यूज मैगजीन India Today की 8 जुलाई 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, सिन्हा ने गुजरात में विधानसभा का दौरा किया और शर्मा के समर्थन में किए गए कथित सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से उदयपुर और अमरावती में हुई हत्याओं के बारे में बात की.
सिन्हा ने कहा कि शर्मा के बयान और इन हत्याओं ने देश में सांप्रदायिक तनाव का माहौल पैदा कर दिया है. उन्होंने कहा कि ये बीजेपी का वोट हासिल करने का तरीका है.
मतलब साफ है, ऐसा कोई प्रमाण नहीं है जो ये साबित करता हो कि सिन्हा ने ऐसा कोई बयान दिया है कि वो राष्ट्रपति बनने के बाद नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी का आदेश पारित करेंगे.
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