सोशल मीडिया पर एक वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यूपी सरकार ने आदेश दिया है कि जिन मदरसों में 26 जनवरी को तिरंगा नहीं फहराया जाएगा. उन्हें योगी सरकार बंद कर देगी.
वेबकूफ से बातचीत में उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के जॉइंट डायरेक्टर और मदरसा आधुनिकीकरण के नोडल ऑफिसर आरपी सिंह ने इस दावे को फेक बताया.
दावा
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा मैसेज है - 26 जनवरी को जो मदरसा तिरंगा नहीं फहराएगा, राष्ट्रगान नहीं गायेगा उस पर लगेगा ताला
पोस्ट फेसबुक पर भी वायरल है
पड़ताल में हमने क्या पाया
दावे से जुड़े कीवर्ड गूगल सर्च करने से हमें हाल की ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि इस साल यूपी सरकार ने 26 जनवरी को मदरसों को लेकर कोई विशेष आदेश जारी किया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की 1 सितंबर, 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को 26 जनवरी और 15 अगस्त पर सभी मदरसों में झंडा फहराने और राष्ट्रगान अनिवार्य रूप कराने के निर्देश दिए थे.
अलीगढ़ के रहने वाले अरुण गौर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मांग की थी कि सभी सरकारी दफ्तरों की तरह मदरसों में भी राष्ट्रीय उत्सव पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम अनिवार्य होना चाहिए.
पीटीआई की एक अन्य रिपोर्ट से पता चलता है कि 2017 के बाद से ही मदरसों को हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को झंडा फहराने के कार्यक्रम आयोजित करने की एडवाइजरी जारी की जाती है.
सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों की पुष्टि के लिए हमने उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के जॉइंट डायरेक्टर और मदरसा आधुनिकीकरण के नोडल ऑफिसर आरपी सिंह से संपर्क किया. उन्होंने वायरल मैसेज में किए जा रहे दावों को फेक बताया.
आरपी सिंह ने वेबकूफ से बातचीत में कहा - 26 जनवरी के कार्यक्रमों को लेकर जो एडवाइजरी सामान्य शिक्षण संस्थानों को जारी की जाती है, वही मदरसों को जारी की गई है. एक शिक्षण संस्थान की ड्यूटी होती है कि 26 जनवरी और 15 अगस्त पर राष्ट्रध्वज फहराने का कार्यक्रम आयोजित करे. झंडा न फहराने पर मदरसे को बंद कराए जाने का कोई आदेश सरकार की तरफ से जारी नहीं हुआ है.
यूपी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने वेबकूफ से बातचीत में कहा - हम हर साल सरकार से अनुदान प्राप्त सभी मदरसों को ये एडवाइजरी जारी करते हैं कि वे 26 जनवरी और 15 अगस्त को देशभक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित कराएं. अगर ऐसा कोई मामला सामने आता है जहां मदरसों में बच्चों को राष्ट्रगीत गाने से कोई रोक रहा है, तो उस पर कार्रवाई होती है. लेकिन, ऐसा आदेश जारी नहीं हुआ है, जिसमें मदरसों को बंद कराने का जिक्र हो.
हमने उत्तर प्रदेश में ही ‘ दारुल उलूम हबीबिया रिजविया, गोपीगंज ‘ मदरसे के संचालक सला उद्दीन से संपर्क किया. उन्होंने वेबकूफ को बताया - हर साल की तरह इस साल भी 26 जनवरी पर कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर एडवाइजरी आई है. ऐसा कोई आदेश नहीं आया जिसमें जिक्र हो कि झंडा न फहराने पर मदरसा बंद कर दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में बिना सरकारी अनुदान के चल रहे एक स्वतंत्र मदरसे ( मदरसा इस्लामिया अरबिया ,भदोही) के संचालक अकरम रजा से भी हमने संपर्क किया. अकरम ने वेबकूफ को बताया कि सरकार कि तरफ से झंडा न फहराने पर मदरसा बंद किए जाने का कोई आदेश नहीं आया है.
मतलब साफ है - सोशल मीडिया पर किया जा रहा ये दावा फेक है कि योगी सरकार ने 26 जनवरी पर झंडा न फहराने वाले मदरसों को बंद करने का आदेश दिया है.
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