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President मुर्मू,PM मोदी और एकनाथ शिंदे की नहीं हैं ये वायरल तस्वीरें

झाड़ू लगाते हुए शख्स की फोटो एडिटेड है तो वहीं ओडिशा की एक महिला को द्रौपदी मुर्मू बताया गया है.

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सोशल मीडिया पर चार तस्वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है, जिसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu), यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की तब की तस्वीरें हैं जब वो युवा थे.

हालांकि, ये दावा पूरी तरह सच नहीं है. सिर्फ यूपी सीएम योगी की तस्वीर के अलावा कोई भी तस्वीर बाकी के नेताओं की नहीं है.

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  • जिस तस्वीर में पीएम मोदी को झाड़ू लगाते दिखाया गया है, दरअसल वो एडिटेड है.

  • वहीं साड़ी में दिख रही महिला मुर्मू नहीं, बल्कि ओडिशा की एक दिहाड़ी मजदूर सुकुमार टुडू हैं.

  • वहीं ऑटो के पास खड़े होकर पोज देते शख्स एकनाथ शिंदे नहीं, बल्कि महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत के अध्यक्ष बाबा कांबले हैं.

दावा

फोटो शेयर कर दावा किया गया कि तस्वीरें तब की हैं जब ये नेता युवा थे.

ऐसे ही और पोस्ट के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

पड़ताल में हमने पाया कि योगी की तस्वीर के अलावा कोई भी तस्वीर सही नहीं है. चलिए इन पर एक-एक करके नजर डालते हैं.

1. नरेंद्र मोदी की तस्वीर

तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ये तस्वीर एडिटेड है.

हमें न्यूज एजेंसी Associated Press का एक आर्काइव मिला, जिसमें मैक्स डेस्फोर नाम के एक फोटोग्राफर की खींची 1946 की तस्वीर थी.

फोटो के डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, फोटो में हरिजन समुदाय का एक व्यक्ति 2 जून 1946 को झाड़ू लगाते देखा जा सकता है.

दोनों तस्वीरों की तुलना करने पर देखा जा सकता है कि मोदी का चेहरा इस फोटो में अलग से जोड़ा गया है.

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2- द्रौपदी मुर्मू की तस्वीर

इस तस्वीर को भी गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें News18 का एक आर्टिकल मिला. ये आर्टिकल 23 जुलाई 2022 को पब्लिश किया गया था.

रिपोर्ट में इसी तस्वीर को देखा जा सकता है. इसमें महिला का नाम सुकुमार टूडू बताया गया था.

टुडू उपरबेड़ा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दिहाड़ी मजदूरी का काम करती हैं.

3- योगी आदित्यनाथ

इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर, हमें Time of India पर 19 मार्च 2017 का एक आर्टिकल मिला.

रिपोर्ट में इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था और कैप्शन में बताया गया था कि योगी आदित्यनाथ उर्फ अजय सिंह बिष्ट को को 1994 में 22 साल की उम्र में दीक्षा मिली थी.

रिपोर्ट में योगी की 2017 तक के राजनीतिक करियर पर भी प्रकाश डाला गया है.

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एकनाथ शिंदे की तस्वीर

हमने फोटो को ध्यान से देखा और पाया कि ऑटोरिक्शा की नंबर प्लेट पर 'MH 14' लिखा हुआ है. यहां से हमें ये पता चल गया कि ये ऑटो पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ से रजिस्टर्ड है.

इसके बाद, हमने तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने पाया कि ये तस्वीर 'महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत पुणे' ने फेसबुक पर अपलोड किया था.

पोस्ट में बताया गया था कि तस्वीर में दिख रहा शख्स महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत के अध्यक्ष बाबा कांबले हैं.

इसी अकाउंट से एक पोस्ट में इस दावे को खारिज भी किया गया है कि ये युवा एकनाथ शिंदे की तस्वीर है.

मतलब साफ है, कि सिर्फ योगी आदित्यनाथ की तस्वीर को छोड़ दें तो बाकी तस्वीरों के साथ किया जा रहा है दावा गलत है.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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