पश्चिम बंगाल (West Bengal Violence) के हुगली जिले में रविवार शाम रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच फिर से झड़प हुई, इसके बाद शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं.
पुलिस ने बताया कि रिशरा थाना क्षेत्र में रामनवमी के दो जुलूसों का आयोजन किया गया था. दूसरे जुलूस के साथ जीटी रोड स्थित वेलिंगटन जूट मिल मोड़ के पास शाम करीब सवा छह बजे हिंसा हो गई. हिंसा में कुछ पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है.
जिस जुलूस पर हमले की बात कही जा रही है बीजेपी उपाध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल थे. उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि लोग शांतिपूर्वक महेश के जगन्नाथ मंदिर की ओर जा रहे थे, तभी उस पर पथराव किया गया. हिंसा में पुरसुराह के बीजेपी विधायक बिमान घोष घायल हो गए. चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट के एक सीनियर अधिकारी ने कहा,
"मेदिनीपुर के सांसद दिलीप घोष और पुरसुराह के विधायक बिमन घोष उस जुलूस में मौजूद थे, जिस पर हमला किया गया था. यह तय मार्ग से जा रहा था, जब एक समूह ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. हमने तत्काल कदम उठाए." उन्होंने कहा कि हिंसा के सिलसिले में अभी तक गिरफ्तारियां नहीं हुई हैं. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और स्थिति अब नियंत्रण में है. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि,
"पुलिस रूट मार्च कर रही है और रिशरा वार्ड 1-5 और सेरामपुर के वार्ड 24 में CRPC की धारा 144 लागू कर दी गई है. रिशरा और सेरामपुर के कुछ हिस्सों में सोमवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी."
भीड़तंत्र लोकतंत्र को पटरी से नहीं उतार सकता- राज्यपाल
राज्यपाल सीवी आनंद बोस (जो इस समय दार्जिलिंग में हैं) ने कहा कि हिंसा के संबंध में आज रात ही मामला दर्ज किया जाएगा और दोषियों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा... भीड़तंत्र लोकतंत्र को पटरी से नहीं उतार सकता. हम दृढ़ हैं, राज्य इस आगजनी और लूटपाट को रोकने के लिए दृढ़ है."
बीजेपी नेता दिलीप घोष ने कहा कि जुलूस में कई महिलाएं और बच्चे थे जिन पर हमला किया गया. उन्होंने कहा,
"अचानक सड़क के एक तरफ से हम पर पथराव किया गया. पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए, हालांकि मुझे और कुछ अन्य नेताओं को बचाकर आस-पास की गलियों से इलाके के बाहर ले जाया गया"
TMC ने बीजेपी पर लगाए दंगा कराने का आरोप
राज्य के उद्योग मंत्री शशि पांजा ने हिंसा की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य की शांति भंग करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ''बीजेपी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के लिए जानी जाती है.'' पांजा ने कहा कि, जिस रैली पर हमला किया गया था, उसका नेतृत्व दिलीप घोष कर रहे थे, जो अपने भड़काऊ बयानों के लिए जाने जाते हैं".
TMC प्रवक्ता जॉयप्रकाश मजूमदार ने सवाल किया कि
"रामनवमी के दो दिन बाद जुलूस निकालने की क्या जरूरत थी. उन्होंने कहा, 'वे रमजान के पवित्र महीने में रामनवमी का जुलूस निकालने पर क्यों तुले हुए हैं? दो दिन बाद रामनवमी की रैली क्यों निकाली गई? बीजेपी राजनीतिक लाभ के लिए अस्थिरता पैदा करने के लिए बंगाल में दंगे कराना चाहती है."
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी धार्मिक जुलूसों को कुछ संवेदनशील इलाकों में ले जाकर परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रही है, उन्होंने दावा किया कि यह राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग के लिए ऐसी स्थिति पैदा कर रही है. मजूमदार ने दावा किया कि रैली में शामिल लोगों के पास तलवार जैसे हथियार थे, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. पड़ोसी हावड़ा जिले में भी गुरुवार और शुक्रवार को रामनवमी समारोह के दौरान हिंसा हुई थी. इसमें 45 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
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