कोरोना वायरस को देखते हुए सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा (CBSE 12th board results) रद्द कर दी गयी थी, जिसके बाद अब छात्रों को उनके रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है इसी के साथ सबसे अहम सवाल ये है कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षा का परिणाम किस आधार पर तय किया जाएगा.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट, स्टूडेंट्स के 10वीं, 11वीं के फाइनल परीक्षा के मार्क्स और 12वीं के प्री बोर्ड के मार्क्स के मुताबिक तैयार किया जा सकता है.
सीबीएसई द्वारा एक 13-सदस्यीय कमिटी को नियुक्त किया गया था जो कि इवैल्यूएशन क्राइटेरिया तय करने में सीबीएसई की मदद करेगी, यह कमिटी 30:30:40 फार्मूला के पक्ष में है. इस फार्मूला का मतलब है कि 10वीं और 11वीं कक्षा के फाइनल रिजल्ट को 30% वेटेज दिया जाएगा और 12वीं कक्षा के प्री बोर्ड एग्जाम को 40% वेटेज दिया जाएगा.
कमिटी मार्किंग फॉर्मूला को 17 जून को सुप्रीम कोर्ट में सबमिट करेगी और उसके बाद इस फॉर्मूला को घोषित करने कि संभावना है. जान लें कि पिछले महीने अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कि थी जिसमें महामारी को देखते हुए सीबीएसई की इंटर की परीक्षा रद्द करने कि मांग की गई थी.
सीबीएसई ने सबसे पहले 1 जून को 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द की थी. जिसके बाद कई राज्य बोर्ड्स ने भी परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया.
कई स्कूलों के प्रिंसिपल्स ने कमिटी को ये बताया है कि वे एकेडमिक ईयर 2020-21 के दौरान स्कूल में आयोजित टेस्ट्स और एग्जाम के आधार पर छात्रों की मार्किंग करने के लिए तैयार है. जिन स्कूलों में प्रैक्टिकल टेस्ट नहीं हो पाए उन्हें आदेश दिए गए हैं कि वो प्रैक्टिकल और ओरल टेस्ट ऑनलाइन आयोजित करें.
रिपोर्ट के मुताबिक बारहवीं कक्षा के इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स 28 जून तक सीबीएसई सिस्टम पर अपलोड किए जाने हैं. सीबीएसई असेसमेंट फॉर्मूले को लेकर छात्र और अभिभावक दोनों ही चिंतित हैं.
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