ADVERTISEMENTREMOVE AD

अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात के बीच भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

Aghanistan में सुरक्षा की स्थिति खतरनाक, भारतीय नागरिक सार्वजनिक स्थान पर जाने से बचें- भारतीय दूतावास

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी और NATO सेना की वापसी के बीच बढ़ती अशांति के कारण 24 जुलाई को वहां मौजूद भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए फिर से सिक्योरिटी एडवाइजरी जारी की है. इससे पहले इसी तरह की सिक्योरिटी एडवाइजरी 29 जून को भी जारी हुई थी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

भारतीय दूतावास ने अफगानिस्तान में रहने, आने और काम करने वाले भारतीयों से हर समय अत्यधिक सतर्कता बरतने को कहा है. दूतावास के सिक्योरिटी एडवाइजरी के मुताबिक अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति खतरनाक बनी हुई है और इस कारण वहां मौजूद भारतीयों को सभी गैरजरूरी यात्रा से बचने के लिए कहा गया है.

24 जुलाई को जारी एडवाइजरी के मुताबिक,

"यह एडवाइजरी 29 जून 2021 को दी गई सलाह को फिर से दोहराती है और यह सभी भारतीयों के लिए मान्य है. अफगानिस्तान में सुरक्षा की स्थिति कई प्रांतों में खतरनाक बनी हुई है. अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी समूह ने नागरिकों को निशाना बनाने सहित हिंसक गतिविधियों को बढ़ा दिया है. भारतीय नागरिक अपवाद नहीं हैं. उन्हें साथ ही अपहरण की गंभीर धमकी का सामना करना पड़ सकता है."

इसके अलावा भारतीय दूतावास की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि, " सड़कों पर यात्रा करते समय सैन्य काफिले, सरकारी मंत्रालयों/कार्यालयों के वाहनों, हाई रैंक अधिकारियों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों जैसे संभावित लक्ष्यों से दूरी बनाए रखें और भीड़भाड़ वाले बाजारों, शॉपिंग कंपलेक्स, मंडियों, रेस्टोरेंट्स और अन्य सार्वजनिक स्थान पर जाने से बचें"

वहीं मुख्य शहरों से बाहर यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है और भारतीयों को इस वेबसाइट पर https://eoi.gov.in/kabul/ या इस ईमेल पर - paw.kabul@mea.gov.in. रजिस्ट्रेशन करने को कहा गया है.

अफगानिस्तान में हिंसा की बढ़ती घटनाएं

अमेरिका और NATO अफगानिस्तान से अपने अंतिम सैनिक ग्रुप को वापस लाने के कगार पर हैं. देश के आंतरिक मंत्री शेख शाहिद अहमद ने कहा कि मौजूदा स्थिति में पाकिस्तान की तरफ ना केवल अफगानिस्तानी शरणार्थी का हुजूम जा सकता है बल्कि सशक्त सेना कर्मी और आतंकवादी भी उधर जा सकते हैं.

गौरतलब है कि 23 जुलाई को जावजान और दक्षिणी हेलमंद प्रांत में अफगान वायु सेना के हवाई हमले में 30 से अधिक तालिबानी आतंकवादी मारे गए जबकि 17 अन्य घायल हो गए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×