चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने घोषणा की है कि नोवेल कोरोनवायरस (2019-nCoV) से 5 फरवरी, 2020 तक चीन में निमोनिया के 28,018 मामलों की पुष्टि हुई है.
इस तारीख तक कोरोनोवायरस की वजह से होने वाले निमोनिया से चीन में मरने वालों की तादाद 811 तक पहुंच गई थी, और कुल 1,153 संक्रमित मरीज इलाज के बाद ठीक हो गए थे और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी.
चीन के हुबेई प्रांत में 5 फरवरी तक 19,665 मामलों की पुष्टि की गई थी, जिसमें प्रांत की राजधानी वुहान में 10,117 संक्रमित लोग शामिल थे. यहीं से पहली बार इस महामारी के फैलने की खबर थी.
दिसंबर 2019 में वुहान में महामारी फैलने के बाद से इसने चीन के सभी प्रांतों, नगर पालिकाओं और स्वायत्त क्षेत्रों को प्रभावित किया है
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 28 जनवरी को बीजिंग में विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घिबेयियस से मिले. इस दौरान उन्होंने कहा था कि चीन को नोवेल कोरोनोवायरस निमोनिया के प्रकोप के खिलाफ लड़ाई जीतने का पूरा भरोसा भी है और क्षमता भी.
“अभी चीन के लोगों का सामना बहुत गंभीर लड़ाई के साथ हो रहा है. चीनी सरकार के लिए, यह एक ऐसी चीज है जिसे हम बहुत गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि हमारे विचार में लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से ज्यादा कुछ भी मायने नहीं रखता है.- चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
महामारी को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी चीन
27 जनवरी को, राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की केंद्रीय समिति के महासचिव भी हैं, और चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने वुहान में कोरोनवायरस प्रकोप को रोकने और नियंत्रित करने के प्रयासों का निरीक्षण किया.
वुहान में ली ने स्थानीय अधिकारियों को महामारी की रोकथाम और नियंत्रण कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ने को कहा. उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए घटना दर और मृत्यु दर दोनों को कम करना है.
ली ने नोवेल कोरोनवायरस से संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए एक अलग अस्पताल- होउशेंसन अस्पताल के निर्माण में तेजी लाने का आह्वान किया. ली ने इस अस्पताल के कंस्ट्रक्शन साइट का दौरा किया.
उन्होंने एक स्थानीय सुपरमार्केट में भी लोगों को आश्वासन दिया कि देश अपने पर्याप्त भंडार और उपायों के साथ वुहान में पर्याप्त मार्केट सप्लाई और स्थिर मूल्य सुनिश्चित करेगा.
रोग के प्रसार से निपटने के लिए पूरे चीन में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की ओर से कड़े उपाय किए गए हैं.
वुहान को कुछ अन्य शहरों में सीमित परिवहन प्रतिबंधों के साथ, बाकी चीन से अलग-थलग कर दिया गया है.
केंद्र सरकार की एक घोषणा के बाद देश भर के स्कूल अपने नए सेमेस्टर को रद्द कर देंगे.
29 जनवरी तक, 26 प्रांतों, नगर पालिकाओं और स्वायत्त क्षेत्रों के साथ-साथ तीन सैन्य अस्पतालों के कुल 6,097 चिकित्साकर्मियों को नोवेल नोनावायरस के प्रकोप से निपटने में मदद करने के लिए महामारी के केंद्र हुबेई प्रांत में भेजा गया था. उन्हें इलाज के कामों में शामिल होने के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भेजा गया.
24 जनवरी को शंघाई और गुआंगडोंग प्रांत से मेडिकल स्टाफ का पहला बैच भेजा गया था.
ये मेडिकल वर्कर्स रेस्पिरेटरी और संक्रामक रोगों समेत विभिन्न क्षेत्रों में स्पेशलिस्ट हैं, और उनमें से कई कर्मी इसी तरह के आपातकालीन राहत कार्यों में बहुत अनुभवी हैं, और उन्होंने 2003 में SARS (सीवेयर अक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) के प्रकोप से लड़ने में हिस्सा लिया है या फिर अफ्रीका में इबोला वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने में मदद की है.
वुहान में स्थानीय प्रशासन भी दो नए अस्पतालों के निर्माण समेत मरीजों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के कोशिशें तेज कर रही है.
दो अस्थायी अस्पताल, होउशेंसन और लीशेंसन में कुल 2,300 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था है. महज 10 दिनों में बने होउशेंसन अस्पताल को औपचारिक रूप से 2 फरवरी को सैन्य मेडिक्स के सुपुर्द किया गया और 4 फरवरी से यहां संक्रमित रोगियों का इलाज शुरू हो गया.
लीशेंसन अस्पताल का निर्माण भी 6 फरवरी को पूरा हुआ. इसके अलावा, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की ओर से 28 जनवरी को किए गए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के मुताबिक, वुहान के 14 अन्य अस्पतालों में वायरस के रोगियों के लिए 6,000 अतिरिक्त बेड आरक्षित होंगे. इस तरह अब शहर में ऐसे रोगियों के लिए 10,000 से ज्यादा बेड उपलब्ध होंगे.
(यह स्टोरी बीजिंग स्थित चाइना पिक्टोरियल की ओर से दी गई है)
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